केंद्रीय उर्वरक गुण नियंत्रण प्रयोगशाला एवं प्रशिक्षण केंद्र फरीदाबाद, हरियाणा में आयोजित पाँच दिवसीय गुण नियंत्रण प्रशिक्षण में शामिल होने के बाद जिले के चार कृषि अधिकारी आज रविवार को जबलपुर पहुंचे।
जबलपुर
तीन फरवरी से सात फरवरी तक आयोजित इस प्रशिक्षण में अनुविभागीय कृषि अधिकारी पाटन श्रीमती इंदिरा त्रिपाठी, अनुविभागीय कृषि अधिकारी सिहोरा श्रीमती मनीषा पटेल, सहायक संचालक श्रीमती कीर्ति वर्मा एवं सहायक संचालक रवि आम्रवंशी शामिल हुये थे।
उपसंचालक किसान कल्याण एवं कृषि विकास डॉ एस के निगम ने यह जानकारी देते हुये बताया कि प्रशिक्षण में कृषि अधिकारियों को कृषि फर्टिलाइजर कंट्रोल ऑर्डर 1985 में हुए संशोधन और उर्वरकों के गुण नियंत्रण के संबंध में सूक्ष्मता से जानकारी दी गई है, जिसका जिले के किसानों को भरपूर लाभ मिलेगा। डॉ निगम के मुताबिक जिले में 24 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में खरीफ, 28 हजार हेक्टेयर क्षेत्र रबी एवं लगभग 1 लाख 10 हजार हैक्टेयर क्षेत्र में जायद फसलों की बोनी की जाती है । उन्होंने बताया कि जिले में प्रतिवर्ष लगभग 1 लाख 25 हजार मीट्रिक टन उर्वरक की आवश्यकता होती है।