विकसित कृषि संकल्प अभियान के अंतर्गत आज शुक्रवार को जिले के पाटन विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत पौड़ी, ग्राम पंचायत हरदुआ एवं ग्राम पंचायत माला कला में कृषक संगोष्ठियों एवं जागरूकता के कार्यक्रम आयोजित किये गये।
जबलपुर
इन कार्यक्रमों में लगभग 450 किसानों ने सहभागिता की। इनमें महिला कृषक भी शामिल थीं।
विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत आयोजित कृषक संगोष्ठी एवं जागरूकता के इन कार्यक्रमों में कृषकों को खरीफ फसलों की उन्नत तकनीक, उन्नत किस्म, खरीफ फसल में आने वाली समस्याओं का निदान, सॉइल हेल्थ कार्ड का महत्व, प्राकृतिक खेती, नरवाई प्रबंधन तथा कृषि से जुड़े विभिन्न विभागों द्वारा संचालित योजनाओं के बारे में जानकारी प्रदान की गई।
कार्यक्रमों में जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिक डॉ ए के सिंह ने सॉइल हेल्थ कार्ड के महत्व एवं प्रयोग पर विस्तार पूर्वक जानकारी दी। उन्होंने कृषकों को मृदा नमूना एकत्रीकरण तकनीक के बारे में विस्तार से व्यवहारिक ज्ञान दिया। डॉ सिंह ने बताया कि लाभदायक खेती तभी संभव है जब मृदा परीक्षण आधारित खेती की जाये। डॉ सिंह ने प्राकृतिक खेती, नरवाई प्रबंधन तथा खरीफ फसलों में कीट एवं बीमारी प्रबंधन के बारे में भी कृषकों को विस्तार पूर्वक जानकारी दी।
कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर आर के साहू ने किसानों के साथ जैव उर्वरकों के उपयोग तथा उनके महत्व पर विस्तार पूर्वक चर्चा की। डॉ साहू ने बताया कि यदि जैव उर्वरकों के फसलों में प्रयोग से मृदा का स्वास्थ्य बेहतर होता है एवं फसल उत्पादन अच्छा प्राप्त होता है। अनुविभागीय कृषि अधिकारी पाटन डॉ इंदिरा त्रिपाठी ने नरवाई प्रबंधन की शासकीय योजनाओं से किसानों को अवगत कराया। उन्होंने प्राकृतिक एवं जैविक खेती के महत्व, पशुधन का उपयोग कर मिट्टी का आर्गेनिक कार्बन बढाने तथा जैविक कीटनाशी बना कर उत्पादन लागत को कम करने के तरीकों पर भी प्रकाश डाला।
कार्यक्रम में उद्यानिकी विस्तार अधिकारी नेहा श्रीवास्तव ने उद्यानिकी विभाग द्वारा संचालित योजनाओं के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी।
पाटन विकासखंड के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी पंकज श्रीवास्तव ने “पर ड्रॉप मोर क्रॉप” के अंतर्गत मिलने वाले स्प्रिंकलर सेट, पाइप लाइन सेट एवं अनुदान की विस्तृत जानकारी किसानों को दी। डॉ राजश्री धौलपुरी ने पशुपालन विभाग द्वारा किसानों के हित मे संचालित योजनाओं के बारे में, आत्मा परियोजना से सहायक प्रबंधन तकनीकी सपना साकेत द्वारा प्राकृतिक खेती के प्रदर्शनों के बारे में तथा कृषि अभियांत्रिकी विभाग से नारायण चौधरी ने उन्नत कृषि यंत्रों के बारे में किसानों को जानकारी प्रदान की। कृषि विस्तार अधिकारी देवआनंद सिंह एवं श्रीमती सीमा रावत ने किसानों से बीज ग्राम योजना हेतु ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करामे का अनुरोध किया, ताकि इस इस योजना का लाभ ले सकें।