राकिम महासंघ के नेतृतव में किसानों ने 12सूत्रिय मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन
15 दिनो में निराकरण ना होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी
नरसिंहपुर
।राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ ने विभिन्न संगठनो के साथ सोमवार कृषि उपज मंडी नरसिंहपुर में किसानों की विभिन्न मुद्दो को लेकर बैठक आयोजित की गई। बैठक में महासंघ के पदाधिकारियों व किसानों ने बताया कि जिले में लंबे समय से चली आ रही किसानों की समस्याओं को लेकर बैठक में विस्तार से चर्चा की गई। बैठक के संबंध मे जानकारी देते हुये राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के महाकौशल प्रांताध्यक्ष ऋषिराज पटैल द्वारा बताया गया बीते कई बर्षो से किसानो की विभिन्न समस्याओं पर जिला प्रशासन द्वारा ध्यान नही दिया जा रहा है । जिसे लेकर उक्त बैठक का आयोजन कर किसानो से चर्चा कर ज्ञापन सौंपा गया ।
किसानो ने निकाली रैली
किसानो ने बैठक के उपरांत नगर मे वाहन रैली निकालकर नारेवाजी करते हुये विरोध प्रर्दशन किया । किसानो की रैली नगर के विभिन्न मार्गो से होते हुये कलेक्ट्रेट पहुंची जहां पर कलेक्टर के नाम 12 सूत्रीय मांगो को लेकर ज्ञापन सौंप कर किसानो की पीड़ा से अपर कलेक्टर को अवगत कराया गया । वही घंटो तक किसानो व प्रशासन के बीच काफी देर तक कलेक्टर से मिलने के लिये नौंकझौंक व बहस होती रही । रैली में विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी सदस्य व बड़ी संख्या में किसान मौजूद थे।
*इन मांगो को लेकर सौंपा ज्ञापन*
महासंघ द्वारा सौंपे गए ज्ञापन में प्रमुख रूप से खानसारी व शुगर मिलों से किसानों का बकाया भुगतान राशि नियमानुसार 7 प्रतिशत की ब्याज दर जोड़कर शीघ्र दिलाया जाए। जिसमें आर.आर एग्रो इंडस्ट्रीज बडगुआ एवं महाकौशल शुगर मिल मुख्य है। आगामी समय के सीजन में प्रारंभ होने वाली खानसारी व शुगर मिलों में नियम के अनुसार समय पर 14 दिन में किसानों को भुगतान कराए जाने की कड़ी व्यवस्था की जाए। गन्ना खरीदी के सीजन ( नवंबर से मार्च) में गन्ने की रिकवरी हर माह अवश्य रूप से करा कर गन्ना अधिनियम एक्ट के अनुसार मूल्य में रिकवरी बढऩे के आधार पर बढ़ाकर कराई जाए। शुगर मिलों में पूरे सीजन के समय पुलिस सहायता दी जाए जिससे मिलों में प्रतिदिन हो रहे झगड़े व चोरी को रोका जा सके व किसानों के लिए उचित व्यवस्था बनाई जा सके। शुगर मिलों में किसानों के वाहनों को समय पर खाली कराए जाने की उचित व्यवस्था बनाई जाए। प्रदेश में हो रहे गन्ना उत्पादन का 50 प्रतिशत से अधिक नरसिंहपुर जिला में उत्पादन होता है इसलिए जिला प्रशासन द्वारा सरकार को जिले में सहकारी शुगर मिल बनाने का प्रस्ताव भेजा जाए। नरसिंहपुर जिले में नकली व अमानक और घटिया बीज व खाद विक्रय करने वाले विक्रेता दुकानदारों व कंपनियों पर हो दंडात्मक कार्रवाई, व पीडि़त किसानों को खराब हुई फसलों का मुआवजा दिलाया जाए। जिले में आवश्यक खादो की जमाखोरी व कालाबाजारी कर किसानों को तय मूल्यों से अधिक दामों पर अपनी शर्तों पर विक्रय कर रहे व पक्के बिल ना देने वाले दोषी विक्रेता दुकानदारों पर विशेष टीम गठित कर अभियान चलाकर सख्त दंडात्मक कार्यवाही की जाए। जिले में आवारा जानवरों, मवेशियों और जंगली सुअरों के द्वारा फसलों को चौपट किया जा रहा है जिन पर वन विभाग से चर्चा कर नियंत्रण करने की उचित व्यवस्था की जाए। विगत कई वर्षों का चना एवं मसूर का रुका हुआ बकाया भुगतान कराया जाए। जिले में किसानों के ऊपर निरंतर हो रहे शोषण, कालाबाजारी व रिश्वतखोरी को रोकने जिले में विशेष टीम गठित कर किसान हेल्पलाइन चलाई जाए। राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के प्रतिनिधिमंडल को कृषि संबंधित मीटिंग में अवश्य रूप से बुलाया जाए व प्रतिमाह कि एक निश्चित तारीख को किसान प्रतिनिधि मंडल की कलेक्ट्रेट में जिलाधीश से बैठक सुनिश्चित हो।
15 दिवस के भीतर निराकरण की मांग
सौंपे गए ज्ञापन में महासंघ ने किसानों व संगठनो की मांगों को गंभीरता से लेते हुए जिले के किसानों की समस्याओं को शीघ्र 15 दिवस के भीतर ही निराकरण की मांग की है। साथ ही इन बिंदुओं पर की गई कार्रवाई से राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ को लिखित में अवगत कराया जावे। वहीं महासंघ के पदाधिकारियों ने बताया कि हम लंबे समय से किसानों की समस्याओं के निराकरण की मांग करते आ रहे हैं परंतु हमे हर बार रटा-रटाया आश्वासन देकर लौटा दिया जाता है। माफियाओं तथा प्रताडि़त और शोषण करने वालों पर उचित दंडात्मक कार्रवाई नही की गई है जिससे किसानों में आक्रोश है। अत: प्रशासन शीघ्र ही हमारी इन मांगो का निराकरण करें । निराकरण ना होने की स्थिति में किसान संघों व जिले के किसान कलेक्ट्रेट घेराव, धरना प्रदर्शन एवं ट्रैक्टर मार्च जैसे उग्र आंदोलन के लिए विवश होंगे जिसकी संपूर्ण जवाबदारी शासन एवं प्रशासन की होगी। ज्ञापन में राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ से महाकौशल प्रातांध्यक्ष ऋषिराज पटैल, जिला अध्यक्ष कमल लोधी, उपाध्यक्ष चौधरी लोकेश सिंह, किसान नेता दिनेश ढिमोले, किसान नेता देवेन्द्र पाठक, मातवर लोधी, रविन्द्र पटैल, राजेश पटैल, ठा.कपिल सिंह लोधी, श्याम पटैल सहित बड़े बड़े किसान नेता और पूरे जिले की विभिन्न तहसीलों से सैकड़ों किसान प्रतिनिधि मौजूद रहे।