बघराजी में आयोजित कृषक कार्यशाला में उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण
राज्यमंत्री ने किसानों को दी उद्यानिकी फसल लेने की सलाह
जबलपुर, 09 दिसम्बर, 2022
प्रदेश के उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्यमंत्री श्री भारत सिंह कुशवाहा ने किसानों को अपनी आमदनी बढ़ाने रबी एवं खरीफ की फसल के साथ-साथ उद्यानिकी फसलों तथा प्राकृतिक एवं जैविक खेती को अपनाने की सलाह दी है। आज कुंडम विकासखंड के ग्राम बघराजी में आयोजित कृषक कार्यशाला को संबोधित करते हुए श्री कुशवाहा ने कहा कि उद्यानिकी फसलों को अपनाने से किसानों की आय बढ़ेगी और वे आत्मनिर्भर बनेंगें, वही जैविक एवं प्राकृतिक खेती से भूमि की उर्वरा शक्ति के साथ-साथ अधिक उत्पादन भी बढ़ेगा।
प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना एवं उद्यानिकी योजनाओं पर आधारित इस एक दिवसीय कार्यशाला में विधायक श्रीमती नंदिनी मरावी एवं जिला पंचायत के अध्यक्ष श्री संतोष बरकड़े भी मौजूद थे। उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्यमंत्री श्री भारत सिंह कुशवाहा ने कार्यशाला में उद्यानिकी फसल को बढ़ावा देने एवं राज्य शासन की विभिन्न योजनाओं का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि किसान यदि उद्यानिकी फसलों पर आधारित प्रसंस्करण ईकाई स्थापित करते हैं तो प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना के तहत 10 लाख रुपये तक की परियोजनाओं के लिये किसानों को 35 प्रतिशत अनुदान राशि उपलब्ध कराई जा रही है।
श्री कुशवाहा ने किसानों को उद्यानिकी फसलों तथा जैविक और प्राकृतिक खेती को अपनाने प्रोत्साहित करने की आवश्यकता भी बताई। उन्होंने इसके लिए ज्यादा से ज्यादा प्रशिक्षण कार्यक्रमों के आयोजन पर जोर देते हुए कहा कि यदि किसान उद्यानिकी फसलों के साथ-साथ जैविक खेती को अपनाते हैं तो इससे उर्वरकों एवं कीटनाशकों का इस्तेमाल होने से मानव स्वास्थ्य पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों से भी बचा जा सकेगा। उद्यानिकी राज्यमंत्री ने कहा कि किसान न केवल उद्यानिकी फसल अपनाकर अपनी आमदनी बढ़ा सकते हैं बल्कि सब्जी, फल और मसाला आदि की प्रसंस्करण इकाईयां स्थापित कर दूसरों को भी रोजगार उपलब्ध करा सकेंगे।
उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्यमंत्री श्री कुशवाहा ने अपने संबोधन में बताया कि राज्य शासन द्वारा उद्यानिकी फसल को प्रोत्साहित करने प्रदेश के 20 विकासखंडों का चयन आदर्श विकासखंड के रूप में किया गया है। इसमें जबलपुर जिले का आदिवासी बाहुल्य कुंडम विकासखंड भी शामिल है। इन विकासखंडों में किसानों को उद्यानिकी फसल लेने के आधुनिकतम तरीके बताये जायेंगे तथा केन्द्र एवं राज्य शासन द्वारा दी जा रही सुविधायें भी उपलब्ध कराई जायेंगी। उन्होंने किसानों में उद्यानिकी एवं जैविक खेती के प्रति दिन व दिन बढ़ रही जागरूकता पर प्रसन्नता भी व्यक्त की। श्री कुशवाहा ने कहा कि उद्यानिकी एवं प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने केन्द्र एवं राज्य शासन द्वारा किये जा रहे प्रयासों के साथ किसानों को भी आगे आकर सहयोग करना होगा। उन्होंने अधिकारियों से भी कहा कि किसानों को उद्यानिकी फसल लेने के लिए प्रेरित करने गांव-गांव जाकर किसानों से संपर्क करें तथा उद्यानिकी फसल अपनाने से होने वाले फायदों की जानकारी दें।
श्री कुशवाहा ने कहा कि किसानों को उद्यानिकी फसलों का प्रशिक्षण देने संभाग स्तर पर प्रशिक्षण केन्द्र भी प्रारंभ किये जा रहे हैं। उन्होंने क्षेत्रीय विधायक श्रीमती नंदिनी मरावी की मांग पर कुंडम विकासखंड में प्रशिक्षण केन्द्र प्रारंभ करने की घोषणा भी की। कार्यशाला को संबोधित करते हुए विधायक श्रीमती नंदिनी मरावी ने कुंडम विकासखंड को उद्यानिकी फसलों के लिहाज से आदर्श विकासखंड बनाने राज्य शासन द्वारा लिये गये निर्णय पर प्रसन्नता व्यक्त की और इसके लिए श्री कुशवाहा का आभार जताया। श्रीमती मरावी ने कुंडम विकासखंड में किसानों से प्राकृतिक एवं जैविक खेती अपनाने का आग्रह किया। उन्होंने इस मौके पर अपनी विधायक निधि से सरस्वती शिशु मंदिर बघराजी को अतिरिक्त कक्ष के निर्माण के लिए 5 लाख रुपये देने की घोषणा की तथा बघराजी को स्वच्छ रखने कचरा कलेक्शन गाड़ी प्रदान की। कार्यशाला में जिला पंचायत अध्यक्ष श्री संतोष बरकड़े ने भी संबोधित किया।
मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान के तहत हितग्राहियों के स्वीकृत पत्रों का वितरण
उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण राज्यमंत्री श्री भारत सिंह कुशवाहा, विधायक श्रीमती नंदिनी मरावी एवं जिला पंचायत अध्यक्ष श्री संतोष बरकड़े ने कार्यशाला के समापन पर मुख्यमंत्री जनसेवा अभियान के तहत विभिन्न शासकीय योजनाओं का लाभ प्रदान करने चिन्हित किये गये हितग्राहियों को स्वीकृति पत्र भी प्रदान किये। इस अवसर पर प्रधानमंत्री-सूक्ष्म खाद्य उद्यम उन्नयन योजना के तीन प्रकरणों में हितग्राहियों को स्वीकृत ऋण राशि के चेक भी प्रदान किये गये।