कलेक्टर श्री यादव ने निर्धारित किए 55 पंजीयन केन्द्र
कटनी
– विपणन वर्ष 2025-26 में समर्थन मूल्य पर ग्रीष्मकालीन फसल मूंग व उड़द के उपार्जन हेतु किसानों का ई-उपार्जन पोर्टल पर पंजीयन कार्य शुरू है। किसानों की सुविधा के मद्देनजर कलेक्टर श्री दिलीप कुमार यादव ने पंजीयन हेतु जिले में 55 पंजीयन केंद्र निर्धारित किया है । इन पंजीयन केन्द्रों में समस्त कार्य दिवसों में किसान भाई अपनी उपज की बिक्री हेतु पंजीयन करा सकते हैं। पंजीयन की अंतिम तिथि 5 जुलाई है।
इन केन्द्रों में होगा पंजीयन
जिला उपार्जन समिति की बैठक मे तहसील कटनी के प्राथमिक कृषि साख समिति पहाडी एवं वृहताकार कृषि साख समिति हीरापुर कौडि़या को पंजीयन केन्द्र बनाया गया है। जबकि कटनी नगर तहसील के सहकारी विपणन संस्था मर्यादित कुठला, प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति कन्हवारा एवं कैलवारा कला में पंजीयन होगा।
इसी प्रकार ढीमरखेड़ा तहसील के प्राथमिक कृषि साख समिति पानउमरिया, खमतरा, ढीमरखेड़ा, दशरमन, सिलौंड़ी, झिन्ना पिपरिया, प्राथमिक कृषि साख सहकारी समिति देवरी मंगेला एवं विपणन सहकारी समिति देवरी मंगेला में पंजीयन होगा।
जबकि बड़वारा तहसील के प्राथमिक कृषि साख सहमिति बड़वारा, विलायतकलां, भजिया, अमाड़ी, बसाड़ी एवं नन्हवारा सेझा में किसान पंजीयन करवा सकेंगे।
इसी प्रकार बरही तहसील के प्राथमिक कृषि साख समिति बरही, खितौली, पिपरियाकला एवं किसान सहकारी विपणन समिति करेला में पंजीयन होगा।
वहीं बहोरीबंद तहसील के प्राथमिक कृषि साख समिति बहोरीबंद, हथियागढ़, कुआं, कूड़न, बाकल, सिहुड़ी, इमलिया, चांदनखेड़ा, देवरी खरगवां, सलैया पटोरी एवं महाकाल विपणन सहकारी समिति बहोरीबंद के पंजीयन केन्द्र बाकल में किसान पंजीयन करवा सकेंगे।
इसी प्रकार रीठी तहसील के प्राथमिक कृषि साख समिति रीठी, मोहास, बिलहरी, बड़गांव, बकलेहटा, रैपुरा एवं कृषि विपणन सहकारी समिति रीठी के पंजीयन केन्द्र देवगांव में पंजीयन करवाया जा सकता हैं।
जबकि विजयराघवगढ़ तहसील के प्राथमिक कृषि साख समिति कांटी, सिनगौड़ी, विजयराघवगढ़, देवराकला, जिवारा, अमेहटा, सलैया कोहारी एवं प्रियदर्शनी विपणन सहकारी समिति विजयराघवगढ़ के पंजीयन केंद्र उबरा में पंजीयन होगा।
इसके अलावा स्लीमनाबाद तहसील के प्राथमिक कृषि साख समिति तेवरी, स्लीमनाबाद, पड़रभटा, धरवारा एवं धुरी में किसान पंजीयन करवा सकेंगे।
पंजीयन हेतु आधार वेरिफिकेशन जरूरी
पंजीयन करने से पहले किसानों के आधार नंबर का वेरिफिकेशन, लिंक मोबाइल नंबर पर प्राप्त ओटीपी या बायोमेट्रिक डिवाइस से किया जाएगा। किसानों का पंजीयन भू अभिलेख में दर्ज खाता एवं खसरे में दर्ज नाम का मिलान आधार कार्ड में दर्ज नाम से होने पर ही हो सकेगा।
सिकमी एवं बटाईदार श्रेणी के किसानों का पंजीयन सहकारी समिति एवं सहकारी विपणन संस्था द्वारा संचालित पंजीयन केंद्रों पर किया जाएगा।
पंजीयन केंद्र पर किसान को आधार संबंधी दस्तावेज, आधार से पंजीकृत मोबाइल नंबर तथा सिकमी नामे की प्रति साथ में लेकर आना अनिवार्य है।
आधार लिंक खाते में होगा भुगतान
किसान द्वारा समर्थन मूल्य पर विक्रय उपज का भुगतान किसान के आधार लिंक बैंक खाते में किया जाएगा। पंजीयन के समय किसानों को बैंक खाता नम्बर एवं आईएफएससी कोड की जानकारी भी उपलब्ध करानी होगी। यदि किसी कारणवश आधार लिंक बैंक खाते में भुगतान करने में कोई समस्या उत्पन्न होती है तो किसान द्वारा पंजीयन में उपलब्ध कराये गए खाते में भुगतान किया जाएगा।
किसान भाइयों से पंजीयन हेतु आधार नंबर से बैंक खाता एवं मोबाइल नंबर को लिंक कराकर उसे अपडेट रखने की अपील की गई है।
सिकमी, बटाईदार एवं वन पट्टाधारी पंजीयन हेतु निर्देश
पंजीयन केन्द्र पर किसान को आधार संबंधी दस्तावेज, आधार नंबर से लिंक मोवाइल नंबर हो तथा सिकमी नामे की प्रति साथ में लेकर आना होगा। पंजीयन केन्द्रों पर ऑपरेटर द्वारा किसान के आधार में दर्ज नाम ई-उपार्जन पोर्टल पर प्रविष्टि किया जाएगा। सिकमी, बटाईदार किसान द्वारा प्रस्तुत सिकमीनामें में दर्ज किसान विवरण के आधार पर जिला, तहसील, ग्राम का चयन करते हुये संबंधित खसरा नंबर का चयन किया जाएगा। वनपट्टा किसान के पंजीयन में वनपट्टा क्रमांक, खसरा, रकवे एवं बोई गई फसल की प्रविष्टि की जाएगी। सिकमी, बटाईदार एवं वनपट्टाधारी किसान का आधार नंबर प्रविष्टि किया जाएगा। आधार नंबर प्रविष्टि के उपरांत किसान के पंजीकृत मोबाइल नंबर पर ओटीपी प्राप्त होगा, जिसके माध्यम से सत्यापन उपरांत आधार डाटाबेस में दर्ज पूर्ण जानकारी यूआईडीएआई से ई-उपार्जन पोर्टल पर प्राप्त होगी। मोवाइल नहीं होने के बायोमेट्रिक डिवाइस से सत्यापन किया जा सकेगा।