किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग द्वारा किसानों को खेती की नवीनतम तकनीकों का प्रशिक्षण देकर खेती को लाभ का धंधा बनाने की दिशा में कारगर उपाय किए जा रहे हैं।
भोपाल
आत्मा योजनांतर्गत कृषकों को अधिक उत्पादन के लिये प्रशिक्षण प्रदान किये जा रहे हैं। किसानों को राज्य से बाहर भी प्रशिक्षण के लिये भेजा जाता है।
इस प्रशिक्षण का लाभ प्राप्त कर बैतूल जिले के किसान श्री लोकेश गावंडे प्रतिमाह 𝟏𝟎 हजार रूपये का लाभ प्राप्त कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा उन्हें अकोला (महाराष्ट्र) भेजा गया था, जहां से उन्हें उन्नत तरीके से वर्मी कम्पोस्ट बनाने एवं मार्केटिंग के संबंध में प्रशिक्षण दिया गया।
वे बताते हैं कि मेरे स्वयं के पास कम पशुधन होने के कारण मैं वर्मी कम्पोस्ट बनाने हेतु कच्चा माल (गोबर, कचरा) गांव एवं आसपास के गांव से खरीदकर खाद का निर्माण करता हूँ जिसकी लागत लगभग प्रति ट्राली 𝟐𝟎𝟎𝟎 रूपये होती है। इससे लगभग 𝟏𝟎 क्विंटल वर्मी कम्पोस्ट तैयार होती है।
जिसमें कुल खर्च 𝟒𝟎𝟎𝟎 रुपये होता है और 𝟕𝟎𝟎 रुपये प्रति क्विंटल की दर से बेचने पर 𝟕𝟎𝟎𝟎 रुपये प्राप्त होते है। इस तरह एक माह में 𝟑𝟎𝟎𝟎 रुपये खाद से तथा 𝟕𝟎𝟎𝟎 रुपये केंचुआ विक्रय से प्राप्त हो रहे हैं।