जिला विद्युत समिति की बैठक में सांसद ने किसानों के लिए विद्युत की उपयोगिता पर जोर दिया
जबलपुर
सांसद ड़ॉ. ढालसिंह बिसेन ने गत देर शाम तक जबलपुर संभाग के बालाघाट जिले में आयोजित हुई जिला विद्युत समिति की बैठक में किसानो के लिए बिजली की आवश्यकता के सम्बंध में मप्र विद्युत मंडल से कहा कि जहाँ लाइन नहीं पहुँची हो वहां लाइट पहुँचाने के प्रयास करें। भारत शासन द्वारा ऐसे क्षेत्रों व गांवों में विद्युत वितरण प्रणाली के सुदृढ़ीकरण एवं भविष्य में आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए विद्युत प्रणाली का आधुनिकीकरण किया जा रहा है। भारत शासन की पाई-पाई जनता की है। यह पैसा उनकी भलाई में ही काम आना चाहिए। ट्रान्सफार्मर लगाकर किसानों को कनेक्शन देने पर विभाग फोकस हो। बैठक के दौरान कटंगी विधायक श्री गौरव बिसेन ने कहा कि पुराने ट्रान्सफार्मर बदलने का कार्य करना होगा। जहां-जहाँ पुराने और डिफेक्टिव है। उन्हें बदलने का कार्य करें।
वर्ष 2025-26 तक 409 करोड़ रुपये का व्यय होगा
विद्युत विभाग के कार्यपालन यंत्री ने विद्युत समिति की बैठक में बताया कि विद्युत आधुनिकीकरण के लिए वर्ष 2025-26 तक जिले में कुल 409 करोड़ रुपये का व्यय किया जायेगें। इसमें औसत तकनीकी एवं वाणिज्य हानि जो अभी 35.79 प्रतिशत को 9.23 प्रतिशत तक लाने का लक्ष्य है। औसत विद्युत प्रदाय लागत के अंतर को शून्य किया जाएगा। आरडीएसएस से जिले में तीन प्रारूपों पर कार्य करना प्रस्तावित है। हानियों को कम करने का कार्य, प्रणाली सुदृढ़ीकरण एवं आधुनिकीकरण के कार्य और स्मार्ट मीटर्स का कार्य करना।
वितरण प्रणाली को मजबूत कर हानियों को कम करने के लिए कार्य प्रचलित
बैठक के दौरान प्रस्तावित कार्यो के संबंध में बताया गया। इसमें मीटरिंग कार्य, नये सबस्टेशनों का निर्माण,सबस्टेशनों की क्षमता वृद्धि, उच्च हानि वाले क्षेत्रों में केबलीकरण किया जायेगा, ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि की,फीडरों को पृथक्करण, जो तार पुराने एवं खराब हो चुके है उन्हें बदलना, उच्चदाब लाइनों का विस्तार करना, उपकेन्द्रों में कैपेसिटर बैंक लगाने एवं आवश्यकता अनुसार नये फीडर निकालने का कार्य। शहरी क्षेत्रों में भूमिगत केबल बिछाने का कार्य। सिस्टम को मजबूत करने और नुकसान में कमी के लिए आवश्यक कोई अन्य कार्य सभी सबस्टेशनों का आधुनिकीकरण करना है।