हरियाली के प्रति प्रेम को विकसित करने के लिए एक अनोखी पहल की गई है।
भोपाल
इसमें राज्य स्तरीय नैक सेल द्वारा “हरित वसुंधरा अभियान” शुरू किया गया। उच्च शिक्षा मंत्री Dr Mohan Yadav ने अभियान की शुरूआत उज्जैन से की। उन्होंने कहा कि विश्व में लगातार बढ़ रहे तापमान को कम करने और धरती की हरियाली को बनाए रखने के लिए पौधा-रोपण आवश्यक है। डॉ. यादव ने कहा कि कोरोना महामारी के समय हमने ऑक्सीजन के महत्व को जाना है। हरित वसुंधरा के माध्यम से विद्यार्थी न सिर्फ पौध-रोपण करेंगे बल्कि समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को भी समझेंगे।
हरित वसुंधरा अभियान में महाविद्यालय विद्यार्थियों को प्रतिवर्ष 𝟏𝟎𝟎 पौधे लगाने के लिए प्रेरित करेगा। प्रथम वर्ष के विद्यार्थी हरित दूत बन कर महाविद्यालय परिसर में एक पौधा लगाएंगे और अध्ययन काल के दौरान पौधे की देखभाल भी करेंगे। कॉलेज छोड़ने से पहले वे किसी नए प्रथम वर्ष के छात्र को पौधे को संभालने का कार्य सौंपेंगे। महाविद्यालय अपने परिसर में एक वर्ष में कम-से-कम 100 पौध-रोपण करना सुनिश्चित करेगा। इसके अतिरिक्त महाविद्यालय छात्रों एवं कर्मचारियों को जन्म-दिन, सालगिरह, पर्यावरण दिवस, पृथ्वी दिवस, जल दिवस, प्रकृति दिवस आदि विभिन्न अवसरों पर पौधे लगाने के लिए प्रोत्साहित करेगा।
महाविद्यालय परिसर में अभियान के लिए शिक्षक को नोडल अधिकारी और एक छात्र/छात्रा को छात्र समन्वयक के रूप में नियुक्त किया जायेगा। ईको क्लब वाले महाविद्यालयों में प्रभारी को नोडल अधिकारी बनाया जायेगा। हरित वसुंधरा अभियान के तहत नोडल अधिकारी द्वारा पौधे के विकास को सुनिश्चित करने, तिमाही आधार पर जीपीएस टैग किए गए फोटोग्राफ के रिकॉर्ड रखे जाएंगे। अधिक्तम वृक्षारोपण करने और उनकी देखभाल करने वाले विद्यार्थी को अंतिम वर्ष में संस्थान के ग्रीन एम्बेसडर के रूप में सम्मानित किया जायेगा। महाविद्यालयों में हरित वसुंधरा अभियान के तहत शैक्षणिक उद्देश्य से संबंधित पौधे, औषधीय पौधे, फलदार, इंडोर प्लांट, सजावटी हैंगिंग, खुशबूदार एवं फूलों वाले विभिन्न तरह के पौधों को लगाया जायेगा।