लोकायुक्त रीवा की बड़ी कार्यवाई*
ट्रेप दिनाक 28/10/2022*
सतना
नाम आवेदक-श्री महेंद्र कुमार तिवारी निवासी ग्राम मणवार तहसील रामनगर जिला सतना
*पता-* निवासी ग्राम मणवार तहसील रामनगर जिला सतना
व्यवसाय/ विभाग*- मीटर रीडर मणवार
आरोपी – श्री भाई लाल साहू पद ग्राम रोजगार सहायक हरदुआ तहसील रामनगर जिला सतना
*ट्रेप दिनांक -* 28.10.2022
*ट्रेप रिश्वत राशि* – 4000/-
*घटना स्थल* – थाना चौराहा रामनगर
*कार्य का विवरण* – प्रधानमंत्री आवास योजना की मजदूरी के भुगतान के एवज में
*ट्रेपकर्ता अधिकारी* उप पुलिस अधीक्षक श्री प्रवीण सिंह परिहार
*ट्रेप दल के सदस्य* – निरीक्षक जिया उल हक , प्रधान आरक्षक मुकेश मिश्रा, पवन पांडे, आरक्षक विजय पांडे, शिवेंद्र मिश्रा, सुभाष पांडे, शाहिद खान सहित 15 सदस्यीय टीम
सतना जिला
रामनगर खबर
रामनगर ब्लाक अंतर्गत ग्राम पंचायत हरदुआ में भ्रष्टाचार से फल फूल रहा था रोजगार सहायक जिसमें गरीबों को प्रधानमंत्री आवास योजना से मकान के लिए गरीब हितग्राहियों को पैसा दिया जाता था उसी में रोजगार सहायक भाई लाल साहू महेंद्र तिवारी निवासी मडवार के रहने वाले थे जिनसे वह 5000 रिश्वत की मांग किया था उनके द्वारा ₹1000 पूर्व में दिया गया इसके बाद 26 अक्टूबर 2022 को रीवा लोकायुक्त में रोजगार सहायक के शिकायत की गई जिसमें आज दिनांक को रीवा लोकायुक्त के द्वारा रंगे हाथ रिश्वत लेते 4 सदस्य टीम ने रंगे हाथ धर दबोचा
सबसे बड़ी बात यह है कि भाई लाल साहू का नियुक्ति सन 2008 में हुई थी नियुक्ति होने के बाद 1 वर्ष पूर्ण होने के बाद वह एक प्लैटिना मोटरसाइकिल खरीदा
इसके बाद वह अपने मां-बाप और भाइयों से अलग होकर चार कमरे पाके का निर्माण पूर्ण किया और चार कमरे आज भी अपूर्ण पड़े हुए हैं और मैहर में सन 2019 और 20 में 13 लाख का प्लाट भी खरीदा जो वह प्लांट अपने पत्नी के नाम पर रखा सोचने की बात है कि जब यह रोजगार सहायक का पदभार नहीं पाया था तब इसके पास मोटरसाइकिल भी नहीं थी यह गरीबों का शोषण करके अपना भ्रष्टाचार करने में लिप्त हो गया यदि शासन और प्रशासन इन बिंदुओं पर सक्रियता के साथ जांच करे तो निश्चित तौर पर यह और भी जांच की निगरानी पर रहेगा
इसी तरह शासन प्रशासन ऐसे कर्मचारियों पर ध्यान रखे तो निश्चित ही गरीबों का मकान तैयार हो जाए लेकिन ऐसे भ्रष्टाचार कर्मचारियों के कारण गरीबों का मकान अधूरा आज भी पड़े है
सबसे बड़ी बात यह है कि हम पत्रकारों के द्वारा जो यह खबर चलाई जाती है तो प्रशासनिक अधिकारी अपनी जिम्मेदारी ना समझते हुए टालमटोल कर देते हैं और इसका खामियाजा गरीबों को भुगतना पड़ रहा है