सम्राट अशोक ने बनवाया था जो मध्यप्रदेश में भोपाल से करीब 25 km दूर मुरैना जिला में स्थित है. जो आज चौंसठ योगिनी मंदिर के नाम से जाना जाता है. इसी बुद्ध विहार के तर्ज पर भारत के राष्ट्रपति भवन का नक्शा ब्रिटिश इंजि. लुटियन्स ने बनाया था. आज भी इस क्षेत्र को लुटियन्स जोन कहा जाता है
जबलपुर
दूसरा फोटो वर्तमान राष्ट्रपति भवन का है. & पहला चौंसठ योगिनी बुद्ध विहार का.
धम्म/बुद्धिज्म में 1, 2, 3, 4, 5, 8, 10, 24, 32, 64 अंक का बड़ा महत्त्व है.
जबकि भ्रमित परम्परा में 3 को अशुभ अंक माना जाता है.
साथ ही 3 &5 अंक को बदनाम किया गया है,3,5 मत करो यानी फ्रॉड मत करो.3,5 करना मतलब फ्रॉडगिरी करना. जो कि बुद्धिज्म में 3,5 तिसरण पंचसील को इंगित करता है.
अंक 8 को अष्टावक्र(टेढ़ा मेढ़ा आठ हाथ पैर वाला/ फर्जी/ काल्पनिक पात्र, हकीकत में ऐसा होता नहीं है).
नोट:- बुद्धिज्म में इन अंकों का बड़ा महत्व है-
64 R वाला धम्मचक्र
32 R यानी तथागत बुद्ध के 32 लखन/ लक्षण
24 R यानी अशोकचक्र (1+1+2+3+4+5+8)
10 दस पारमिताएँ
8 R यानी अष्टांगिक मार्ग
5 पंचसील/ पंचशील
4 चार अरियसच्च/ four noble truths/चार आर्य सत्य
3 तिसरण/ त्रिरत्न( बुद्ध, धम्म, संघ)
2 दो अतियाँ( न बहुत कम न बहुत ज्यादा यानी मध्यम)
1 अध्रुव( हर चीज़, हर वक्त गतिशील/ परिवर्तनशील/ अस्थिर)
1 अनात्मवाद.
भग्ग रागो भग्ग दोषों
भग्ग मोहो एस धम्म सनन्तनों
न हि वेरेन वेरानि
समन्तीध कुदाचन
अवेरेन च समन्ति
एस धम्म सनन्तनों.
इन सब गाथाओं की विस्तृत जानकारी रखने वाले ही सनातनी हो सकते हैं .