ड्रोन का हब बनेगा कटनी
युवाओं के लिए बढेंगे रोजगार के अवसर
कटनी –
ड्रोन टेक्नालाजी के क्षेत्र मे जरूरी स्किल्स और ज्ञान से लैस पीढ़ी तैयार कर भविष्य के नजरिये से कटनी को देश भर में ड्रोन हब के रूप मे प्रतिस्थापित करने की दिशा मे जिला प्रशासन द्वारा ठोस और गंभीर पहल की जा रही है। प्रोजेक्ट पंख के तहत पहले से संचालित सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के माध्यम से युवाओं को दिए जा रहे ड्रोन प्रशिक्षण के स्वरूप को कटनी में उपलब्ध माईनिंग सेक्टर की बहुलयता के नजरिये से इस संभावनाशील क्षेत्र में ड्रोन तकनीक से दक्ष मानव संसाधन तैयार करने का मार्ग प्रशस्त हो गया है।
जिला खनिज प्रतिष्ठान के न्यास मंडल की बैठक मे सर्वसम्मति से यह निर्णय लिय गया। बैठक मे विधायक मुड़वारा संदीप जायसाल, विधायक बड़वारा धीरेन्द्र बहादुर सिंह, महापौर प्रीति सूरी, जिला पंचायत अध्यक्ष सुनीता मेहरा, सहित सांसद प्रतिनिधि द्वय पद्मेश गौतम एवं विकास द्विवेदी और नगर पंचायतों के अध्यक्ष तथा कलेक्टर अवि प्रसाद मौजूद रहे। जनप्रतिनिधियों ने कटनी के युवाओं के भविष्य और इस क्षेत्र मे मिलने वाले रोजगार के अवसरों को देखते हुए शासकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज मे संचालित वर्तमान प्रोजेक्ट पंख के ड्रोन प्रशिक्षण को विस्तारित करते हुए खनन के क्षेत्र मे ड्रोन तकनीक मे अति उन्नत प्रशिक्षण दिलाने सर्व सम्मति से निर्णय लिया । इसके तहत अब कटनी के युवाओं को माईनिंग सेक्टर में एरियल मैपिंग एंड एडवांस डाटा प्रोसेसिंग इन माईनिंग का ड्रोन प्रशिक्षण दिया जायेगा। इसके लिये भारत सरकार के उपक्रम ब्राडकास्ट इंजीनियरिंग कन्सलटेंट इंडिया ने भी रूचि दिखाई है। खास कटनी जिले के युवाओं के लिए ही माइनिंग सेक्टर मे ड्रोन प्रशिक्षण के इस प्रोजेक्ट पर करीब एक करोड़ रूपये का खर्च अनुमानित है।
पिछले सत्र मे आयोजित ड्रोन प्रशिक्षण के तर्ज पर ही माइनिंग सेक्टर के लिए इस ड्रोन प्रशिक्षण मे युवाओं को ड्रोन से मेंपिंग और जी.आई.एस, डाटा प्रोसेसिंग का प्रशिक्षण दिया जायेगा। ताकि यहां से प्रशिक्षण प्राप्त कटनी का युवा माइनिंग सेक्टर मे ड्रोन विशेषज्ञ के रूप मे कार्य कर आजीविका अर्जित कर सके।
ट्रेनिंग में क्या सिखायेंगे
शासकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज मे चल रहे प्रोजेक्ट पंख के ड्रोन प्रशिक्षण कार्यक्रम को और व्यापक स्वरूप देकर खनन के क्षेत्र मे ड्रोन प्रशिक्षण के माध्यम से युवाओं की स्किल्स को और बेहतर किया जायेगा। यह अपनी तरह का पहला और अनूठा ट्रेनिंग प्रोगाम होगा। जहां ड्रोन तकनीक से खनन क्षेत्र का सीमांकन, एरियल मेंपिंग, अर्बन प्लानिंग से संबंधित ड्रोन प्रशिक्षण दिया जायेगा।
ड्रोन कोर्स का फायदा
प्रशिक्षण कोर्स पूरा करने पर प्रशिक्षणार्थी को रिमोट पायलट सर्टिफिकेट दिया जायेगा। जो डी.जी.सी.ए. द्वारा जारी किया जायेगा। यह सर्टिफिकेट कानूनन ड्रोन ऑपरेट करने का अधिकार प्रदान करेगा। सर्टिफिकेट पाने वाले प्रशिक्षणार्थी सर्टिफाईड ड्रोन पायलट के रूप में अपना कैरियर बना सकेगें।