विधानसभा चनुाव:- जबलपुर जिले में विधानसभा चुनाव के लिये स्थापित किये जा रहे मतदान केंद्रो में से कुछ मतदान केंद्रों को इको फ्रेंडली मतदान केंद्र स्वरूप दिया जायेगा।
जबलपुर
जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर सौरभ सुमन के मुताबिक इको फ्रेंडली मतदान केंद्रों पर सिंगल यूज प्लास्टिक से बनी सामग्रियों का इस्तेमाल नहीं किया जायेगा। ऐसे मतदान केंद्रों पर नियुक्त मतदान कर्मी कुल्हड़ में चाय पीयेंगे तथा नाश्ता और भोजन करने के लिये वुड कटलरी, कागज से बने दोने एवं रिसाइक्लेबल प्लास्टिक से बने फूड पैकेट का इस्तेमाल करेंगे । ईको फ्रेंडली मतदान केंद्रों में रिसाईक्लेबल फ्लेक्स मटेरियल का ही उपयोग किया जायेगा।
मतदान केंद्रो को श्रमदान से दिया जायेगा आकर्षक रूप
कलेक्टर श्री सुमन ने बताया कि विधानसभा चुनाव में लोगों को मतदान के लिये प्रेरित करने जिले में किये जा रहे नवाचारों की श्रृंखला में समुदाय की सहभागिता से मतदान केंद्रों को आकर्षक स्वरूप दिये जाने के प्रयास भी किये जा रहे हैं। इसके लिये स्थानीय समुदाय को उनके क्षेत्र के मतदान केंद्र को “मतदान के लिये श्रमदान” की थीम पर श्रेष्ठ मतदान केंद्र बनाने के लिये प्रेरित किया जायेगा । स्थानीय मतदाता अपने मतदान केंद्र को सजा और सँवार सकेंगे । हालांकि मतदान केंद्रों पर रंग रोगन और साफ-सफाई प्रशासन द्वारा ही कराई जायेगी। लेकिन इन्हें सुंदर और आर्कषक स्वरूप देने क्षेत्र के मतदाताओं को आमंत्रित किया जायेगा, ताकि उन्हें अपने मतदान केंद्र से लगाव महसूस हो सके । निर्वाचन नियमों के दायरे में मतदान का संदेश देते स्लोगन लिखने, पेंटिंग और साज-सज्जा करने की अनुमति भी मतदाताओं को होगी ।
370 मतदान केंद्रों पर वोट प्रतिशत बढ़ाने हो रहे नायाब प्रयास
जिला निर्वाचन कार्यालय द्वारा जिले में ऐसे 370 मतदान केद्रों को चिन्हित किया गया है जहां पूर्व में हुये निर्वाचनों में जिले के औसत मतदान से अपेक्षाकृत कम मतदान हुआ था। इनमें से केण्टोनमेंट क्षेत्र के 39 मतदान केन्द्रो में मतदान का प्रतिशत बढ़ाने सेना के साथ समन्वय स्थापित कर प्रयास किये जायेंगे। इनके अलावा 248 मतदान केन्द्रों में स्कूली बच्चों के माध्यम से मतदाताओं को वोट डालने के लिये प्रेरित किया जायेगा। व्यावसायिक क्षेत्रों में स्थित 40 मतदान केन्द्रों में मतदान का प्रतिशत बढ़ाने विभिन्न व्यापारिक संगठनों को जिम्मेदारी दी जायेगी। जबकि 67 मतदान केन्द्रों में मतदाताओं को मतदान करने के लिये जागरूक करने का दायित्व स्वयं सेवी संगठनों को दिया जायेगा।
क्यूलेस मतदान केंद्र भी होंगे
जिले में इस विधानसभा चुनाव में क्यूलेस मतदान केंद्र भी बनाये जायेंगे। ये मतदान केंद्र ऐसे क्षेत्रों में बनाये जायेंगे जहाँ नागरिक व्यस्तताओं की वजह से मतदान केंद्रों पर लाइन में लगकर अपनी बारी आने का लंबा इतंजार नहीं कर पाते। क्यूलेस मतदान केंद्र से सबंधित क्षेत्र के मतदाता अपनी सुविधा अनुसार स्लॉट बुक कर मतदान कर सकेंगे।
50 से अधिक मतदान केंद्र होंगे मॉडल बूथ
विधानसभा चुनाव के लिये जिले में 2 हजार 130 मतदान केंद्र बनाये जा रहे हैं । सभी मतदान केंद्रों पर मतदाताओं के आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित की जा रही हैं । इस विधानसभा चुनाव में जिले में 50 से अधिक मतदान केंद्रों को आदर्श मतदान केंद्र बनाया जा रहा है। आदर्श मतदान केंद्रों में सभी जरूरी सुविधाएं तो होंगी ही इनकी आकर्षक साज-सज्जा की जायेगी, स्वागत द्वार बनाये जायेंगे, मतदाताओं के लिये बैठने की आरामदेह व्यवस्था तथा पेयजल आदि के समुचित इंतजाम किये जायेंगे।
ऑल वुमन मैनेज्ड वूथ की तरह यूथ मैनेज्ड पोलिंग बूथ भी बनेंगे :-
महिला मतदाताओं, दिव्यांग मतदाताओं को मतदान के लिये प्रेरित करने किये जा रहे प्रयासों के साथ-साथ जिले में विधानसभा चुनाव में युवा खासतौर पर फर्स्ट टाईम वोटर्स पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। जिला निर्वाचन कार्यालय के अनुसार महिला कर्मियों को चिन्हित मतदान केंद्रों की जिम्मेदारी देने के अलावा जिले के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में कम से कम एक मतदान केंद्र के संचालन का दायित्व दिव्यांग कर्मचारियों को दिया जायेगा। इसी प्रकार शत-प्रतिशत युवा और फर्स्ट टाईम वोटर्स इस विधान सभा चुनाव में मतदान करें, इसे ध्यान में रखते हुये प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में कम से कम एक मतदान केंद्र के संचालन की जिम्मेदारी युवा कर्मियों को दिये जाने के प्रयास किये जा रहे हैं। ऐसे मतदान केंद्रों के मतदान दल में युवा कर्मचारियों को तैनात किया जायेगा, वहीं उम्मीदवारों से भी आग्रह किया जायेगा कि वे इन मतदान केंद्रों पर युवाओं को ही अपना मतदान अभिकर्त्ता बनायें।