मध्यप्रदेश में चलाये जा रहे सेफ सिटी कार्यक्रम का आउटकम एनालिसिस किया जाना चाहिए।
भोपाल
इसमें किसी भी जिले में किये गए अच्छे प्रयासों को अन्य जिलों में रेप्लिकेट भी किया जायेगा। यह बात संचालक महिला एवं बाल विकास डॉ. रामराव भोंसले ने सेफ सिटी कार्यक्रम की समीक्षा के दौरान कही।
➡️ इंदौर में चलाए जा रहे पिंक आर्मी कार्यक्रम को विस्तार देने की आवश्यकता है।
➡️ उच्च न्यायालय ने भी हर थाने पर शौर्य दीदी का सुझाव दिया है, जिससे महिलाएँ भय मुक्त होकर कानूनी सुरक्षा प्राप्त कर सकें।
➡️भारत सरकार के निर्भया फण्ड के तहत मध्यप्रदेश के 6 जिलों में भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, छिंदवाडा और छतरपुर में सेफ सिटी कार्यक्रम चलाया जा रहा है। इसका उद्देश्य शहरों को महिलाओं एवं बालिकाओं के लिए सुरक्षित बनाना है।
➡️ सेफ सिटी कार्यक्रम में 14 नगर निगम और 58 नगर पालिका शामिल हैं। महिला बाल विकास विभाग सेफ सिटी कार्यक्रम के विस्तार के लिए भारत सरकार को प्रस्ताव भेजेगा।
➡️उल्लेखनीय है कि जिलों में अब तक किए गए प्रयासों की समीक्षा के लिए गुरूवार को भोपाल में कार्यशाला हुई, जिसमें सभी जिलों ने अपने कार्यों एवं नवाचार को साझा किया।
➡️ सेफ सिटी कार्यक्रम में ग्वालियर और इंदौर में सेफ्टी ऑडिट भी कराया गया था, जिसमें चिन्हित हॉट स्पॉट पर विशेष प्रयास किए गए और उन्हें सुरक्षित बनाया गया है। इंदौर जिले में महिला टेक्सी ड्राईवर, महिला मैकेनिक आदि तैयार किए गए हैं।
कार्यशाला में सहयोगी के रूप में मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम के संचालक, राज्य स्वास्थ्य निगम और यूनिसेफ के प्रतिनिधि उपस्थित थे। कार्यशाला में सेफ्टी पिन इंडिया द्वारा सेफ्टी ऑडिट पर सभी को जानकारी एवं प्रशिक्षण दिया गया। यूनिसेफ मध्यप्रदेश ने ग्वालियर एवं इंदौर के अलावा 4 शहरों में सेफ्टी ऑडिट करने का आश्वासन दिया। निर्भया फण्ड में महिलाओं में कौशल उन्न्यन का कार्य मध्यप्रदेश पर्यटन विकास निगम द्वारा किया जा रहा है।