गौमाता की स्थिति को ठीक करना ही सच्ची गौवर्धन पूजा है – मंत्री श्री सिंह
जबलपुर
गौ माता को संरक्षित करने के लिए अपने दायित्वों का निर्वहन करें – सांसद श्री दुबे
मध्यप्रदेश शासन द्वारा गौवंश रक्षा के लिए आयोजित गौवर्धन पूजन के तारतम्य में आज पशुपालन एवं डेयरी विभाग तथा जिला प्रशासन के सहयोग से जिला स्तरीय गौवर्धन पूजन का कार्यक्रम आज गीताधाम गौशाला गौरीघाट में आयोजित किया गया। गौवर्धन पूजन के विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रदेश के लोक निर्माण मंत्री श्री राकेश सिंह थे। कार्यक्रम की अध्यक्षता सांसद श्री आशीष दुबे ने की।
गौवर्धन पूजा भगवान श्री कृष्ण की प्रतिमा पर दीप प्रज्जवलित कर की गई। इस अवसर पर सांसद श्री दुबे ने गौवर्धन पूजा की शुरुआत के लिए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि गौ रक्षा का मुद्दा वर्तमान समय में सबसे ज्वलंत मुद्दा है। गौ रक्षा हेतु जनप्रतिनिधियों के समक्ष उठाने वाली मांग के बाद प्रत्येक सदन में गौरक्षा के लिए आवाजें उठ रही है। सांसद श्री दुबे ने गौरक्षा के लिए समाज के जागृत होने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि गौ माता के दूध की सहायता से ही मनुष्य का शरीर पोषित होता है। आधुनिक युग में तो अनेक एंटी बायोटिक उपलब्ध हैं लेकिन पहले गोबर और हल्दी का उपयोग एंटी बायोटिक के रूप में किया जाता था। घरों को साफ करने और लिपाई कार्य के लिए गोबर का उपयोग किया जाता था। जिससे सभी कीटाणु नष्ट हो जाते थे। सांसद श्री सिंह ने कार्यक्रम स्थल पर मौजूद सभी लोगों से गौ माता को संरक्षित करने के लिए अपने दायित्वों का निर्वहन करने की अपील की।
इस अवसर पर लोक निर्माण मंत्री श्री सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री ने केबिनेट बैठक में प्रस्ताव पारित किया कि सार्वजनिक रूप से गौवर्धन पूजा अर्चना का कार्यक्रम आयोजित किया जाए। गीताधाम गौशाला बहुत अध्यात्मिक महत्व रखती है इसलिए आज गौवर्धन पूजा का कार्यक्रम गीताधाम गौशाला में रखा गया। उन्होंने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने प्रकृति को संतुलित बनाए रखने के लिए गौवर्धन पूजा का संदेश दिया। उनके संदेश में गौमाता पूजनीय है। गौमाता प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से आने वाले संकटों को दूर करने में सक्षम है। बदलते समय में घर छोटे-छोटे हो गये और गौमाता सड़कों पर आ गई, यह चिंता का विषय है, अत: सभी अपनी जिम्मेदारी को निभायें और गौमाता को संरक्षित करें। उन्होंने कहा कि गौमाता की स्थिति को ठीक करनें का प्रयास करें, यही सच्ची गौवर्धन पूजा है।
इस अवसर पर स्वामी नरसिंहदास जी महाराज ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को श्री गौवर्धन पूजा की शुरुआत के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने गौशाला की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि पर दृष्टि डालते हुए कहा कि लगभग 30 वर्ष पूर्व पूज्यनीय स्वामी रामचंद्र शास्त्री जी महाराज, डॉ श्यामदेवाचार्य जी महाराज एवं विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष श्री ईश्वरदास रोहाणी के कर कमलों द्वारा गौशाला का भूमि पूजन हुआ था तथा भारत माता मंदिर के संस्थापक शंकराचार्य स्वामी सत्यमित्रानंद जी महाराज ने इसका उद्घाटन किया था। उन्होंने केंद्रीय कृषि मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान और सभी उपस्थित जनप्रतिनिधियों द्वारा गौशाला के उन्नयन के लिए किए गए योगदान के लिए प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि पहले महंगाई के कारण गौशाला का संचालन करना कठिन था लेकिन मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के नेतृत्व में अब इसका संचालन बहुत हद तक सुलभ हो गया है। इसके साथ ही उन्होंने गौवर्धन पूजा के एतिहासिक व अध्यात्मिक महत्व को बताया। साथ ही गौवंश पालन के लाभों की जानकारी भी दी। इस अवसर पर विधि-विधान से गौवर्धन पूजा की गई तथा गौवंशो को घास खिलाई गई। साथ ही गौसेवकों को तुलसी का पौधा देकर सम्मानित किया गया। रंगोली प्रतियोगिता में भाग लेने वाली बच्चियों को भी पारितोषिक वितरण किया गया।
कार्यक्रम के दौरान विधायक श्री अशोक रोहाणी, श्री संतोष बरकड़े, जिला पंचायत अध्यक्ष आशा मुकेश गोटिया, नगर निगम अध्यक्ष रिकुंज विज, प्रभात साहू, रानू तिवारी, कलेक्टर दीपक सक्सेना, उप संचालक पशुपालन एवं डेयरी श्री प्रफुल मून सहित अधिकारी व गौसेवक उपस्थित थे।