धीरज पांडेय एक ऐसा चेहरा जो किसी पहचान का मोहताज नही बल्कि विधानसभा के एक एक गाँव का बच्चा बच्चा इन्हें जानता पहचानता है
मैहर
धीरज पांडेय एक ऐसी सख्सियत है जो चाहते है पा लेते है। पूर्व में भी पिता के लिए भाजपा से टिकट लाये अपने लिए नगर पालिका अध्यक्ष की टिकट लाये ये अलग बात है कि कुछ जयचंद्रो की बदौलत नजदीकी लड़ाई में पराजित हो गए। लेकिन तब की बात कुछ और थी आज की बात कुछ और धीरज पांडेय का कद बड़ा है लोगो के बीच राजनैतिक गलियारे में एक मजबूत चेहरे के रूप में अपनी पहचान बनाने में सफल हुए है। व्यक़्क्तिगत तौर पर अगर विंधायक मैहर नारायण त्रिपाठी भाजपा से चुनाव नही लड़ते तो सबसे मजबूत प्रत्यासी धीरज पांडेय साबित हो सकते है। वर्तमान समय मे राजनैतिक गलियारे में जो चर्चा है उसमें टिकट पाने वालों की दौड़ में धीरज पांडेय सबसे दमदार और मजबूत नजर आ रहे है धीरज की जो कड़ी है बेहद मजबूत है और अगर टिकट पाने में धीरज सफल हुए तो उनकी लड़ाई एकबार फिर धर्मेश घई से होती नजर आ रही है जिसमे धीरज इसबार उन्हें मात देते दिख रहे है। आमजन के बीच धीरज की पकड़ और उनका व्यवहार लोकप्रियता में है। धीरज एक गंभीर उम्दा सोच के परिचायक है जिसका लाभ उन्हें इस बार के विधानसभा चुनाव में दिखता नजर आ रहा है।