सपेरा समुदाय से ताल्लुक रखने वाले धनकुँअर और धर्मेन्द्र कहते हैं कि पहले हमें काम पर निकलने में काफी देरी हो जाती थी
ग्वालियर
हमारा सुबह का समय दूर से पानी ढोने में जाया हो जाता। शाम को जब मजदूरी मिलती तो देर से पहुँचने की वजह से उसमें कटौती हो जाती, इससे मन को पीड़ा पहुँचती। गाँव में जल जीवन मिशन के तहत घर-घर नल लग जाने से हमारी यह समस्या अब दूर हो गई है। सपेरा समुदाय से ताल्लुक रखने वालीं गाँव की महिलाओं का कहना है कि हमने सपने में भी नहीं सोचा था कि नाथों की बस्ती में कभी शहर की तरह घर-घर नल से पानी मिलेगा।
ग्वालियर जिले की जनपद पंचायत डबरा के ग्राम जौरासी की नाथ बस्ती (सपेरा बस्ती) निवासी धनकुँअर बताती हैं मेरे परिवार में कोई और सदस्य नहीं हैं, इसलिये जब घर में नल नहीं लगे थे तब मुझे काम पर निकलने में अक्सर देरी हो जाती थी। इसी बस्ती के निवासी बुजुर्ग प्रेमनारायण का कहना है कि हमारे परिवार की बहू-बेटियों को पहले दूर से पानी ढोकर लाना पड़ता था। बच्चे स्कूल जाने में लेट हो जाते थे। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने हमारे गाँव में नल-जल योजना स्थापित कर सभी की समस्यायें दूर कर दी हैं।
धर्मेन्द्र नाथ कहते हैं कि पहले सपेरा समुदाय साँप, बिच्छू व नेवला का खेल दिखाकर जीवन – यापन करता था। समय के साथ सपेरा समुदाय के आजीविका के ये पारंपरिक साधन बदल गए हैं। जीवों के संरक्षण के लिये बने कानून की वजह से अधिकांश सपेरा परिवार मेहनत मजदूरी कर रोजी-रोटी का इंतजाम कर रहे हैं। वे कहते हैं सरकार ने नल-जल योजना ही नहीं हम सबको विभिन्न योजनाओं के तहत न केवल रोजगार के साथ उपलब्ध कराए हैं, साथ ही मुफ्त राशन व श्रमिक कार्ड बनवाकर कई सुविधायें उपलब्ध कराई हैं।
जौरासी ग्राम की नाथ बस्ती निवासी सपेरा समुदाय से ताल्लुक रखने वालीं अन्य महिलायें कहने लगीं कि सच में प्रदेश सरकार के मुखिया श्री शिवराज सिंह चौहान हम बहनों के लिये सच्चे भाई का कर्तव्य निभा रहे है।