मंत्री श्री सिंह ने चौपाल कर सुनी लोगों की समस्यायें
जबलपुर
लोक निर्माण मंत्री श्री राकेश सिंह ने आज पश्चिम विधानसभा क्षेत्र में रानी दुर्गावती वार्ड के आजाद नगर और सरदार वल्लभ भाई पटेल वार्ड में सिद्धनाथ मंदिर पर चौपाल कर विकास कार्यों की जानकारी दी। साथ ही लोगों की समस्याओं को सुना और उनके समुचित निराकरण करने के निर्देश दिये। मंत्री श्री सिंह ने इस दौरान क्षेत्र में किये विभिन्न विकास कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुये कहा कि जनहित के और भी कार्य होंगे। लोगों ने ज्यादातर पानी, सड़क, नाली व साफ-सफाई सुनिश्चितता करने का आग्रह किया। मंत्री श्री सिंह ने संबंधित अधिकारियों को मौके पर ही निर्देश दिये कि जनसमस्याओं का समाधान प्राथमिकता से किया जाये। उन्होंने क्षेत्र में पानी की सुनिश्चितता को लेकर प्राथमिकता से कार्य करेंगे।
मंत्री श्री सिंह ने कहा कि वे जबलपुर की जनता के ऋणी व अभारी हैं। जिन्होंने 20 वर्ष तक सांसद तथा इस बार विधानसभा में भेजने का आशीर्वाद दिया। उन्होंने कहा कि हर जन प्रतिनिधि का कर्तव्य है कि वे विकास कार्य के माध्यम से जनता का ऋण उतारे। साथ ही कहा कि उन्हें विकास कार्य के माध्यम से ही अब जबलपुर की जनता का ऋण उतारने का अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की सरकार से उन्हें लोक निर्माण विभाग का दायित्व मिला और जिस दिन से वे लोक निर्माण विभाग संभाले हैं उसी दिन से उनका ध्येय वाक्य लोक निर्माण से लोक कल्याण है। मंत्री श्री सिंह ने कहा कि अब विकास कार्यों में जबलपुर उपेक्षा नहीं होगी। उन्होंने जबलपुर के विकास के लिये किये गये ऐतिहासिक कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश का सबसे बड़ा फ्लाई ओव्हर जिसकी लागत 11 हजार करोड़ है, जबलपुर में है, जो पूर्णता की ओर है। 4 हजार 500 करोड़ की लागत से 117 किलोमीटर की रिंग रोड बन रही है, जिसमें दो लॉजिस्टिक पार्क व नर्मदा में दो आईकॉनिक ब्रिज होंगे। देश का पहला जियोलॉजिकल पार्क भी बनेगा। 450 करोड़ रूपये की लागत से एयरपोर्ट का आधुनिकीकरण हुआ, वहीं 300 करोड़ की लागत से आधुनिकतम रेल्वे स्टेशन भी बनेगा। उन्होंने कहा कि विकास की प्रक्रिया चलते रहना चाहिए। अब तेजी से विकास हो रहा है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष बजट में जबलपुर के विकास के लिए 3200 करोड़ रूपये स्वीकृत किये गये हैं। जिसमें पश्चिम विधानसभा के लिए 1600 करोड़ रूपये के विकास कार्य होंगे। इससे पश्चिम विधानसभा के साथ जबलपुर व महाकौशल की समृद्धि व विकास का मार्ग प्रशस्त होगा। बिना सड़कों के समृद्धि की कल्पना नहीं की जा सकती, बेहतर भविष्य की कल्पना नहीं की जा सकती। इसलिए सड़कों के विस्तार व सुदृढ़ीकरण पर विशेष कार्य किया जा रहा है। आने वाले समय में जबलपुर में 6 फ्लाईओव्हर बनेंगे। संजीवनी नगर से जीरो डिग्री तक 180 करोड़ की लागत से एक नया फ्लाईओव्हर बनेगा। इसके साथ ही उन्होंने जबलपुर के विकास के लिए किये गये व स्वीकृत विभिन्न विकास कार्यों की जानकारी देते हुए कहा कि आने वाले समय में जबलपुर की पहचान एक महानगर के रूप में होगी। जिसकी चर्चा हर जगह होगी। उन्होंने कहा कि निर्माण कार्यों में गुणवत्ता को लेकर किसी प्रकार की कोई समझौता नहीं किया जायेगा। ग्वारीघाट आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा को दृष्टिगत रखते हुए ग्वारीघाट मुक्तिधाम से तिलहरी मार्ग तक 32 करोड़ की लागत से सड़क का निर्माण किया जायेगा और मुक्तिधाम को सुंदरतम रूप दिया जायेगा। मंत्री श्री सिंह ने कहा कि अनगढ़ हनुमान मंदिर से साईं मंदिर तक फ्लाई ओव्हर बनाया जायेगा, जिसका एक विंग हवाबाग कॉलेज तथा दूसरा रामपुर चौराहे की ओर होगा। इसके साथ ही उन्होंने विभिन्न स्वीकृत व प्रस्तावित कार्यों की जानकारी देते हुए कहा कि आने वाले समय में गौरीघाट को सरयू की घाट की तर्ज पर विकसित किया जायेगा। साथ ही 700 करोड़ के रोप-वे की कार्ययोजनाओं पर प्रकाश डाला। मंत्री श्री सिंह ने कहा कि यह सब विकास कार्य क्षेत्र की जनता को समर्पित होंगे और जबलपुर एक महानगर के रूप में सामने होगा। उन्होंने कहा कि नर्मदा के तटों का विकास सरयू की तट की तर्ज पर किया जायेगा। मंत्री श्री सिंह ने चौपाल को संबोधित करते हुये कहा कि विकास के लिये जो-जो कार्य आवश्यक है सभी किये जायेंगे। इस दौरान उन्होंने हर वार्ड में किये गये विकास कार्यों की जानकारी देते हुये कहा कि पहले जितना काम एक विधानसभा में होता था उतना काम एक-एक वार्ड में हो रहा है। हर वार्ड में अभी एक साल के अंदर 20 से 25 करोड़ के कार्य हो चुके हैं। चौपाल के दौरान श्री अभय सिंह, श्री नरेश पटेल, राजेश वर्मा, रजनीश कुशवाहा, संतोष विश्वकर्मा सहित अन्य गणमान्य नागरिक तथा बड़ी तादाद में आमजन उपस्थित थे।
आमजनों से भेंट –
लोक निर्माण मंत्री श्री सिंह ने आज मदन महल स्थित नागपाल गार्डन में आम जन से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को जाना। उनके पास जाकर उनके आवेदन लिए और संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि आमजन की समस्याओं का प्राथमिकता से निराकरण करें। इस दौरान लोगों ने मुख्य रूप से सड़क, नाली, पानी आदि की समस्याओं से संबंधित आवेदन दिये।