जबलपुर संभाग के छिंदवाड़ा जिले के उप संचालक पशुपालन विभाग डॉ.एच.जी.एस.पक्षवार ने विगत दिवस पशु चिकित्सालय जुन्नारदेव और विकासखंड जुन्नारदेव के ग्राम निमोटी की धनगौरी गौ-शाला और ग्राम मनकूघाटी की गौ-शाला का आकस्मिक निरीक्षण किया ।
जबलपुर
इस दौरान पशु चिकित्सालय जुन्नारदेव के सभी अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित पाये गये। उप संचालक पशुपालन विभाग डॉ.पक्षवार द्वारा पशु चिकित्सालय जुन्नारदेव के प्रभारी अधिकारी को विभागीय लक्ष्यों की शत्-प्रतिशत पूर्ति करने के निर्देश दिये गये।
उप संचालक पशुपालन विभाग डॉ.पक्षवार ने बताया कि ग्राम निमोटी की धनगौरी गौ-शाला के निरीक्षण के दौरान मॉ आत्री स्व-सहायता समूह की अध्यक्ष श्रीमती योगिता उइके और सचिव श्रीमती संगीता उइके उपस्थित थीं। गौ-शाला में 80 गौ-वंश पाये गये और पानी की पर्याप्त व्यवस्था पाई गई। गौ-शाला परिसर में पानी का बोर उपलब्ध है जिससे 2 एकड़ में लगी हुई नेपियर घास की सिंचाई की जा रही है। गौ-शाला में 65 बोरा स्वर्णदाना व 35 ट्रॉली मक्का कड़वी पाई गई। गौ-शाला समूह द्वारा बड़ी संख्या में गौ-कण्डे बनाये जा रहे हैं, जिसे प्रति नग 3 रूपये में विक्रय कर गौ-शाला को अतिरिक्त आय प्राप्त हो रही है। समूह को गोबर खाद नीलाम करने की भी सलाह दी गई । साथ ही गौ-मूत्र से गोनाइल व औषधियां बनाई जाने की सलाह दी गई, जिससे गौ-शाला को आत्मनिर्भर बनाया जा सके। इसके बाद उप संचालक पशुपालन विभाग डॉ.पक्षवार ने ग्राम मनकूघाटी गौ-शाला का भी आकस्मिक निरीक्षण किया । उन्होंने निरीक्षण के दौरान पीने के पानी के टांकों की सफाई कराने के निर्देश गौ-शाला के नोडल अधिकारी को दिये गये । साथ ही गौ-वंश के लिए पर्याप्त मात्रा में गेहूं की फसल कटने के बाद गेहूं का भूसा क्रय करने के निर्देश दिये गये। गौ-शाला आत्मनिर्भर बनाने के लिए गोबर के प्रोडक्ट व गोनाईल बनाने की सलाह भी दी गई।