हफ्तेभर में ये दूसरी बार लेगी ऋण
पंकज पाराशर छतरपुर✍️
मध्य प्रदेश सरकार पर कर्ज लगातार बढ़ता ही जा रहा है। एक बार फिर वित्त विभाग ने 1 हजार करोड़ रुपए का नया लोन लेने के लिए नोटिफिकेशन जारी किया है। सरकार यह ऋण रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया से 11 साल तक के लिए लेगी।
वित्त विभाग ने नए ऋण के लिए पूरी तैयारी कर ली है। इस संबंध में अधिसूचना भी जारी कर दी है। तय कार्यक्रम के मुताबिक 25 अक्टूबर को भारतीय रिजर्व बैंक के माध्यम से कर्ज लेने की प्रक्रिया शुरू होगी।
बता दें कि प्रदेश सरकार इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण, सड़कों की हालत सुधारने के लिए शिवराज सरकार ने यह ऋण ले रही है। एमपी सरकार इस महीने में दूसरी बार कर्ज ले रही है। इसके पहले 19 अक्टूबर को एक हजार करोड़ रुपये का ऋण लिया था।
11 साल में करेगी ऋण की अदायगी
मध्यप्रदेश सरकार 11 वर्ष की अवधि के लिए कर्ज लेने जा रही है। यानि कर्ज का अदायगी सरकार को 11 वर्ष की अवधि में करना होगा। इस दौरान सरकार नियमित रूप से निवेशकों को ब्याज की अदायगी करेगी। ब्याज की अदायगी के लिए 27 अक्टूबर, 2023 का समय तय किया गया है।
इवेंट और झूठी वाहवाही लूटने दो हजार करोड़ का कर्ज
हाल ही में फिर लिया शिवराज सरकार ने ?: संतोष परिहार
वही
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता संतोष सिंह परिहार ने मध्यप्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा आए दिन कर्ज लिए जाने और प्रदेश की जनता पर इस कर्ज का बोझ डालने पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार तीन लाख करोड़ से अधिक के कर्ज बोझ से दबी हुई हैं, उसके बावजूद भी सरकार द्वारा आर्थिक प्रबंधन पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। सरकार योजनाओं के क्रियान्वय के बजाय उनकी लांचिंग, इवेंट और उसके प्रचार-प्रसार पर अधिक खर्च कर झूठी वाहवही लूटने में लगी हुई है।
श्री परिहार ने कहा कि महाकाल लोक के लोकार्पण पर ही करोड़ों रुपए बेवजह खर्च कर दिए गए। इसी तरह हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के भोपाल तथा ग्वालियर में दो कार्यक्रमों का आयोजन सरकारी खर्चें पर कराया गया और इन पर भी करोड़ों रूपयें खर्च किये गये। यहीं नहीं दोनों कार्यक्रमों में भीड़ जुटाने के लिए पांच सौ से ज्यादा बसें लगाई गई थीं। उन्होंने कहा कि यह तो ताजा उदाहरण हैं, जिनके कारण सरकार का खजाना फिर खाली हो गया और उसे पिछले दो माह के दौरान दो हजार करोड़ का कर्ज और लेना पड़ गया।
श्री परिहार ने कहा कि एक तरफ सरकार योजनाओं की लांचिंग पर बेतहाशा खर्च कर रही है, मुख्यमंत्री के व्यक्तिगत प्रचार पर करोड़ों खर्च कर किये जा रहे हैं, लेकिन सरकार कर्मचारियों और पेंशनरों को देने के लिए पैसे का रोना रोती है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की इंवेट और प्रचार-प्रसार की वाहवाही की वजह से प्रदेश कर्ज के बोझ में दबता चला जा रहा है। जनता सरकार की फिजूलखर्ची देख रही है और समय आने पर भाजपा को इसका जवाब भी देगी।