भाजपा पार्षद नम्रता सिंह ने बजट प्रस्ताव का किया बहिष्कार और कहा कि अब सतना शहर को कमेटी नहीं कमिटमेंट चाहिये
सतना
1. सीवर लाइन का काम एस्टीमेट के अनुरूप ना होना एवं *कार्य की धीमी रफ्तार* को देखते हुए इस कार्यकाल में भी कार्य पूर्ण न होने की संभावना प्रकट की
2.लंबे समय से पानी सप्लाई में *गंदगी और कीड़े का मिलना जनता के स्वास्थ से खिलवाड़* होने के साथ *संविधान के मौलिक अधिकार के अनुच्छेद 21 के अंतर्गत जीवन के अधिकार का उल्लंघन* होने पर चिन्ता व्यक्त की।
3. मस्टर कर्मी भर्ती में अनियमितता को लेकर भारी नाराजगी व्यक्त करते हुए मनमर्जी रवैये पर सवाल खड़ा किया साथ ही जनहित में *मस्टर कर्मी भर्ती प्रक्रिया को पारदर्शी* बनाने की मांग की।
पूर्व में भर्ती घोटाले पर बनी कमेटी की जांच रिपोर्ट ना आने पर उन्होंने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि अब सतना शहर को कमेटी नहीं कमिटमेंट चाहिये और मनमर्जी बंद होनी चाहिए
4. परिषद गठन से आज तक वार्ड के विकास से सबन्धित उनके द्वारा लिखे पत्रों पर एक भी फ़ाइल पास ना होने पर उन्होंने आक्रोश व्यक्त करते हुए सवाल किया कि किसके इशारो पर वार्ड की जनता के हितों से खिलवाड़ हो रहा है? और वह भी तब जब सबसे ज्यादा संपत्ति कर जमा करने वाला वार्ड है हमारा
साथ ही उन्होंने वार्ड के हितों के अनुरूप काम न होने पर बजट का *बहिष्कार* किया
उन्होंने यह भी कहा कि हाल में MIC से कोई प्रस्तवि स्वीकृत हुआ है जो पिछले कार्यकाल के दौरान मांग की गई थी और हम अपने पत्रों का ही हिसाब मागेंगे
5. गर्ल्स कॉलेज से हॉस्पिटल चौक तक अतिक्रमण की भरमार है जिससे मरीजो के आवागमन में समस्या होती है और छात्राओं से छेड़खानी होती है
6. अध्यक्ष एवं महापौर द्वारा बार बार बात रखने से रोके जाने पर पार्षद ने बोला कि हम पार्षद अपनी बात रखने विधानसभा और लोकसभा में नहीं जाएंगे, हमारी मंदिर यही परिषद है और हम अपनी बात यहीं रखेंगे।