शहर एवं ग्रामीणो में कुछ दिनो से अचानक से ही काफी ज्यादा लोगो में नेत्र रोग का संक्रमण बच्चों, बड़े, बुजुर्गों में बहुत तेजी से बढ़ता दिखाई दिया है
मझोली खबर खास
जिस वजह से प्रशासन समेत आम लोग काफी ज्यादा चिंता में है, जानकारी के अनुसार ये नेत्र रोग होने से आंखे काफी लाल हो रही है और आखों में काफी जलन तकलीफ भी हो रही है
इस नेत्र रोग के लिए देर से ही सही लेकिन स्वास्थ्य विभाग के द्वारा इसके बचाव एवं सावधानी के लिए एडवाइजरी जारी की गई है, बारिश के मौसम में आंखों के संक्रमण को कंजक्टिवाइटिस संक्रमण बताया गया है, इसके लक्षण और बचाव की जानकारी, स्वास्थ्य विभाग द्वारा दी गई है..
वर्तमान वर्षा के समय में बच्चों को कंजेक्टिवाइटिस से पीड़ित होने की संख्या बढ़ रही है। इसमें आंखें आना या लालिमा आंखों से जुड़ी एक समान समस्या है। चिकित्सकीय भाषा में इसे कंजेक्टिवाइटिस कहते हैं। आंखों में एक पारदर्शी पतली झिल्ली कंजक्टाइबा होती है इसमें सूजन आ जाती है। यह बैक्टीरिया और वायरस दोनों से होने वाला रोग है। संक्रमित व्यक्ति की आंखों से निकलने वाला डिस्चार्ज के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष सम्पर्क में आने के द्वारा यह फैलता है। संक्रमण एक या दोनों आंखों में होता है यह काफी संक्रामक है और बहुत तेजी से फैलता है। यह चार से पांच दिनों तक रहता है।
लक्षण
एक या दोनों आंखों में जलन या खुजली, असामान्य रूप से अधिक आंसू निकलना, आंखों से पानी जैसा या गाढा डिस्चार्ज आना, आंखों में किरकिरी जैसा महसूस होना एवं आंखों सूजन आना।
फैलेने से कैसे रोकें
साफ-सफाई रखें, आंखों को हांथों से न छुऐं, हांथों को बार-बार धोऐं, निजी उपयोगी की सामाग्री पेन, मोबाईल, रूमाल, तौलिया, तकिया, आई कास्मेटिक आदि को किसी से साझा न करें। वायरल और बैक्टीरियल कंजेक्टिवाइटिस की अलग-अलग उपचार है चार से पांच दिनों तक संक्रमण रहता है चिकित्सकीय सलाह लेवें। यह सात से आठ दिन में स्वतः चला जाता है। संक्रमित छात्रों को चार से पांच दिन स्कूल न जाने दें व अधिक भीड़ वाली जगह न जावें, धूल आदि से आंखों की सुरक्षा करें।