कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला उपार्जन समिति की बैठक संपन्न
जबलपुर
किसानों से ग्रीष्म कालीन मूंग और उड़द के उपार्जन में पूरी पारदर्शिता बरतने के कलेक्टर दीपक सक्सेना ने शुक्रवार को जिला उपार्जन समिति की बैठक में दिये हैं। कलेक्टर कार्यालय में संपन्न हुई इस बैठक में श्री सक्सेना ने किसानों से समर्थन मूल्य पर ग्रीष्मकालीन मूंग और उड़द के उपार्जन के लिये की जा रही तैयारियों एवं उपार्जन केंद्रों के निर्धारण के संबंध में विस्तार से चर्चा की तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
बैठक के प्रारंभ में कलेक्टर श्री सक्सेना ने मूंग एवं उड़द के उपार्जन के लिये किसानों द्वारा कराये गये पंजीयन तथा पंजीयन के हुये सत्यापन के कार्य की जानकारी ली। उन्होंने गोदाम स्तरीय उपार्जन केंद्रों की स्थापना के लिये सहकारी एवं विपणन समितियों का निर्धारण करने के निर्देश अधिकारियों को दिये हैं। उन्होंने कहा कि उपार्जन केंद्रों का निर्धारण किसानों की सुविधा को देखते हुये उपार्जन नीति के अनुसार ही किया जाये।
श्री सक्सेना ने उपार्जन केंद्रों पर नॉन एफएक्यू उपज का भंडारण न होने देने की हिदायत भी बैठक में मौजूद जिला उपार्जन समिति सदस्यों अधिकारियों को दी। इसके लिये उन्होंने प्रत्येक गोदाम में ग्रेडर अथवा मेकेनाइज्ड सेग्रीगेशन सिस्टम की अनिवार्य उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। बैठक में बताया गया कि ग्रीष्म कालीन मूंग एवं उड़द के उपार्जन के लिये जिले में अभी तक 15 हजार 872 किसानों ने पंजीयन कराया है। उप संचालक कृषि डॉ एस के निगम सहित जिला उपार्जन समिति में शामिल सभी विभागों के अधिकारी इस बैठक में मौजूद थे।