जिले की आठों विधानसभा क्षेत्र में मतदान के लिए उपयोग में लाई जाने वाली इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों एवं व्हीव्हीपेट मशीनों की कमिशनिंग( मतदान के लिये तैयार करने) का कार्य पूरा हो चुका है। ईव्हीएम एवं वीवीपेट मशीनों को मतदान के लिये तैयार करने कार्य जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय स्थित प्रशासनिक भवन एवं कॉलेज ऑफ एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग में किया गया।
जबलपुर
ईव्हीएम एवं वीवीपेट की कमिशनिंग का निर्वाचन आयोग द्वारा प्रेक्षकों ने भी कृषि विश्वविद्यालय पहुंचकर जायजा लिया। मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों एवं चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों और उनके प्रतिनिधि भी कमिशनिंग के दौरान मौजूद रहे।
जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर सौरभ कुमार सुमन ईव्हीएम और व्हीव्हीपेट मशीनों के कमिशनिंग के कार्य पर लगातार नजर रखे हुये थे। कमिशनिंग का कार्य भारत इलेक्ट्रानिक्स लिमिटेड बैंगलुरू के इंजीनियर्स की देखरेख में किया गया। ईव्हीएम और व्हीव्हीपेट मशीनों की निर्माता भारत इलेक्ट्रानिक्स लिमिटेड के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र के लिये दो और कुल सोलह इंजीनियर्स की टीम कमिशनिंग के कार्य के लिये जबलपुर पहुंची।
ईव्हीएम और वीवीपेट की कमिशनिंग के तहत मतदान में उपयोग में लाई जाने वाली प्रत्येक मशीन की बेलट यूनिट पर मतपत्र चस्पा किये गये। मान्यता प्राप्त राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों एवं उम्मीदवारों की मौजूदगी में इनसे मॉकपोल (दिखावटी मतदान) भी कराया गया। मॉकपोल के बाद ईव्हीएम मशीनों को डाटा क्लीयर कर स्विच ऑफ कर दिया गया तथा नये बैटरी पेक लगाये गये। मतदान के लिये तैयार की गई इन मशीनों को जवाहरलाल नेहरू कृषि भवन में बने स्ट्रांग रूम में कड़ी सुरक्षा के बीच विधानसभावार और मतदान केन्द्रवार रखा जा रहा है। कमिशनिंग और स्ट्रांग रूम में इन्हें रखे जाने की समूची प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी कराई गई हैं।