कटंगी सीएमओ श्री रवि प्रकाश श्रीवास्तव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।
बालाघाट
सीएमओ श्री श्रीवास्तव द्वारा शासकीय योजनाओ के प्रगतिरत कार्यों में रुचि न लेना व तन्मयता के साथ कार्य नहीं करना पाया गया है। कमिश्नर श्री वर्मा को बालाघाट कलेक्टर श्री मृणाल मीना ने कई योजनाओं में प्रगति रुकने के कारण सीएमओ पर निलंबन की कार्यवाही के लिए प्रस्ताव भेजा गया था। भेजे गए प्रस्ताव में बताया गया था कि 5 नवम्बर 24 को आयुष्मान कार्ड की प्रगति के संबंध में बैठक आयोजित की गई थी जिसमे कटंगी सीएमओ श्री श्रीवास्तव अनुपस्थित रहें। इसके अलावा 5 दिसम्बर 24 को नगरीय निकाय की समीक्षा बैठक में पाया गया कि सीएम हेल्पलाइन की ग्रेडिंग दिसंबर माह की शिकायत में मात्र 22 शिकायतें प्राप्त हुई थी किंतु 5 नवम्बर 24 तक 63.68 प्रतिशत में थे। इसी तरह हर माह की शिकायतों में कटंगी निकाय की प्रगति अल्प ही रहीं हैं। साथ ही निकाय ग्रेडिंग अधिकांश सी एवं डी में होती जा रहीं है। वहीं सीएम हेल्पलाइन की समीक्षा बैठक में जनवरी माह की प्राप्त ग्रेडिंग में 35 शिकायतों में से 18 शिकायतें शेष पायी गई। साथ ही 50 दिवस में 10 शिकायतें लंबित है। इसके अलावा प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी अंतर्गत भी सबसे अधिक शिकायत लंबित रहती है। साथ ही 70 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों के आयुष्मान कार्ड बनाये जाने में भी 59.70 प्रतिशत ही प्रगति पर है। कलेक्टर श्री मृणाल मीना से प्राप्त प्रस्ताव के अनुसार सीएमओ श्रीवास्तव को समय समय पर शोकॉज नोटिस भी जारी किया गया किंतु सीएमओ द्वारा प्रस्तुत उत्तर समाधानकारक नहीं पाया गया।
संभागीय कमिश्नर श्री वर्मा ने समस्त कारणों का अवलोकन करते हुए निर्धारित कटंगी सीएमओ श्री श्रीवास्तव द्वारा पदीय दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही बरतने पर मप्र सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 के नियम-3 के विपरीत होकर कदाचरण की श्रेणी में पाया। फलस्वरूप कटंगी सीएमओ श्री श्रीवास्तव को मप्र नगर पालिका अधिनियम 1961 की धारा 86 एवं मप्र नगर पालिका सेवा (कार्यपालन) नियम 1973 के नियम-36 तथा मप्र सिविल सेवा (वर्गीकरण, नियंत्रण एवं अपील) नियम-1966 के नियम-9 के प्रावधानों के तहत तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया है। श्री रवि प्रकाश श्रीवास्तव के निलंबन उपरांत मुख्य नगर पालिका अधिकारी नगर परिषद कटंगी जिला बालाघाट का प्रभार श्री दिनेश धानेश्वर, राजस्व उप निरीक्षक को अपने कार्य के साथ-साथ आगामी आदेश तक सौंपा गया है।