कलेक्टर ने जिला चिकित्सालय में बने बर्थ वेटिंग रूम में पहुंचकर हाईरिस्क महिलाओं के इलाज प्रबंधों को देखा
जान बचाने के अभियान में सहभागी बनने कलेक्टर की कटनी वासियों से अपील
कटनी -कलेक्टर श्री अवि प्रसाद ने शुक्रवार को जिला चिकित्सालय पहुंचकर यहां बर्थ वेटिंग रूम में उपचाररत हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं के ईलाज के लिए की गई व्यवस्थाओं का जायजा लिया और यहां भर्ती प्रसूताओं से चर्चा कर उन्हे यहां मिल रहे उपचार प्रबंधों को देखा। बर्थ वेटिंग रूम मे रीठी व कुठला की हाईरिस्क दो प्रसूताएं भर्ती है, जो एनेमिक है। इन दौनो को दो- दो यूनिट खून चढ़ाया जा चुका है। जबकि यहां भर्ती तीसरी हाई रिस्क गर्भवती महिला चिरूहला रीठी की है जो उच्च रक्तचाप से पीड़ित है। यहां इन तीनों महिलाओं की विशेषज्ञ चिकित्सकों की देखरेख में उपचार हो रहा है।
बताते चले की जिले की मातृ मृत्यु दर को कम करने के लिए कार्ययोजना बनाकर इस पर अमल शुरू किया गया है। इसके तहत हाईरिस्क गर्भवती महिलाओं के सुरक्षित प्रसव हेतु प्रसव की संभावित तिथि के चार से 7 दिन पूर्व जिला चिकित्सालय और सिविल अस्पताल विजयराघवगढ़ में बनाये गए अत्याधुनिक चिकित्सकीय सुविधाओं से युक्त बर्थ वेटिंग रूम में भर्ती कर उपचार किया जाता है और एनेमिक गर्भवती महिलाओं को खून चढाया जाता है। कलेक्टर यहां गुरूवार को भी पहुंचे थे और हाईरिस्क गर्भवती महिलाओं के बर्थ वेटिंग रूम गये थे।
कलेक्टर की अपील
कलेक्टर श्री प्रसाद ने गर्भवती महिलाओं के परिवारजनों से अपील की है कि डॉक्टर्स और सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र स्तर पर आयोजित होने वाले स्वास्थ्य शिविर में चिन्हित हाईरिस्क गर्भवती महिलाओं को विशेषज्ञों की परामर्श के अनुसार अस्पताल में भर्ती कराने में जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग को सहयोग करें। कलेक्टर ने कहा कि प्रशासन के लिए जच्चा और बच्चा दोनों की जिंदगी अमूल्य है। इसलिए डॉक्टर्स की सलाह माने और अमल करें। इससे हाई रिस्क मामलों में बेहतर इलाज से जिंदगी बचाई जा सकती है। इसलिए जिंदगी बचाने के अभियान में सहभागी बने।