जिले में 81 उपार्जन केन्द्रों के माध्यम से समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन कार्य विगत 2 दिसंबर से अनवरत जारी है। जिले के गुरूवार प्रातः 11 बजे तक की स्थिति में 4 हजार 234 किसानों से 42 हजार 58 मीट्रिक टन धान का उपार्जन किया जा चुका है।
कटनी
इसमें से 9 हजार 221 मीट्रिक टन धान का गोदामों में परिवहन भी हो चुका है। कलेक्टर श्री दिलीप कुमार यादव ने धान उपार्जन कार्य से जुड़े सभी अधिकारियों को धान उपार्जन केन्द्रों में पर्याप्त व पुख्ता इंतजाम करनें के निर्देश दिए है।
कलेक्टर श्री दिलीप कुमार यादव द्वारा धान उपार्जन कार्य की नियमित निगरानी और समीक्षा किए जाने की वजह से उपार्जन केन्द्रों में किसानों की सविधा और हित को देखते हुए सभी जरूरी संसाधन मुहैया कराए गए है। इसके अलावा समय-समय पर कलेक्टर श्री यादव द्वारा उपार्जन केन्द्रों का औचक निरीक्षण भी किया जा रहा है। कलेक्टर ने खरीदी केन्द्र प्रभारियों और इस कार्य से संबंधित सभी अधिकारियों को दो टूक लहजे मे निर्देशित किया है कि किसानों के हित से जुड़े मामले में किसी भी स्तर की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
न्यूनतम समर्थन मूल्य
भारत सरकार द्वारा खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के लिए धान कोमन का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2300 रूपये प्रति क्विंटल तथा धान ग्रेड – ए का न्यूनतम समर्थन मूल्य 2320 रूपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। किसानों की एफएक्यू गणवत्ता की उपज अनुसार न्यूनतम समर्थन मूल्य उपार्जित की जाएगी।
तहसील बहोरीबंद नें बनाई बढ़त
जिले में अब तक हुए धन उपार्जन के मामले में तहसील बहोरीबंद नें बढत बना ली है। यहां पर गुरूवार की स्थिति में अब तक 963 किसानों से 9 हजार 521 मीट्रिक टन धान समर्थन मूल्य पर उपार्जित की जा चुकी है। जबकि दूसरे स्थान पर ढीमरखेड़ा तहसील है, यहां पर 894 किसानों ने अब तक 7 हजार 863 मीट्रिक टन धान समर्थन मूल्य पर उपार्जित की गई है।
इसके अलावा बड़वारा तहसील में गुरूवार प्रातः तक की स्थिति में 747 किसानों से 6 हजार 936 मीट्रिक टन धान उपार्जित की गई है। इसी तरह विजयराघवगढ़ तहसील के अब तक 499 किसानों से 4 हजार 389 मीट्रिक टन और बरही तहसील के 157 कृषकों से 1 हजार 761 मीट्रिक टन, कटनी नगर एवं कटनी तहसील के 256 किसानों से 3 हजार 555 मीट्रिक टन तथा रीठी तहसील के 428 किसानों से 5 हजार 132 मीट्रिक टन के साथ ही स्लीमनाबाद तहसील के 290 किसानों से 2 हजार 900 मीट्रिक टन धान का उपार्जन किया जा चुका है।