सात दिन में अपेक्षित प्रगति दिखाई नहीं दी तो कांट्रेक्टर्स के साथ अधिकारियों पर भी होगी कार्यवाही
जबलपुर
कलेक्टर श्री सौरभ कुमार सुमन ने आज जिला पंचायत के सभाकक्ष में आयोजित बैठक में जल जीवन मिशन के कार्यों की समीक्षा करते हुये अपूर्ण परियोजनाओं में सात दिन के भीतर अपेक्षित प्रगति नहीं दिखाई देने पर कांट्रेक्टर्स के साथ-साथ लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों पर भी कार्यवाही की चेतावनी दी है। बैठक में जिला पंचायत की सीईओ श्रीमती जयति सिंह, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री श्री द्वारका मंगोरे भी मौजूद थे।
कलेक्टर श्री सुमन ने बैठक में जल जीवन मिशन के तहत घर-घर नल कनेक्शन से जल प्रदाय के लिए ग्रामीण क्षेत्र में निर्माणाधीन परियोजनाओं की मौजूदा स्थिति का विकाखंडवार ब्यौरा लिया। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन की सभी परियोजनाओं में गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाये। इस मामले में किसी भी प्रकार का कोई समझौता स्वीकार नहीं किया जायेगा।
श्री सुमन ने बैठक में मौजूद लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के मैदानी अधिकारियों के साथ-साथ जनपद पंचायतों में पदस्थ उप यंत्रियों से भी जल जीवन मिशन के कार्यों की प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि जनपद पंचायतों के उपयंत्रियों को उनके क्षेत्र में जल जीवन मिशन के कार्यों की लगातार मॉनिटरिंग करनी होगी।
कलेक्टर ने कहा कि जल जीवन मिशन की बंद पड़ी परियोजनाओं पर भी एक सप्ताह के भीतर कार्य शुरू कर दिया जाये। यदि ऐसा नहीं हो पाया तो संबंधित ठेकेदारों के कांट्रेक्ट रद्द कर दिये जायेंगे साथ ही कार्य में विलंब होने पर पेनाल्टी भी लगाई जायेगी और उन्हें ब्लैक लिस्ट कर दिया जायेगा। उन्होंने जल जीवन मिशन के कार्यों में घर-घर किये जाने वाले नल कनेक्शनों में भी गुणवत्ता सुनिश्चित करने की हिदायत ठेकेदारों और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को दी।
श्री सुमन ने पाइप लाइनें बिछाने की वजह से क्षतिग्रस्त हुई सड़कों के रेस्टोरेशन का काम भी तुरंत करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने स्पष्ट किया कि जल जीवन मिशन के कार्यों में जो ठेकेदार अपेक्षित प्रगति दिखायेगा वहीं काम आगे कर सकेगा अन्यथा उसका कांट्रेक्ट टर्मिनेट कर नई ऐजेंसी को नियुक्त करने की कार्यवाही की जायेगी। बैठक में कांट्रेक्टर्स भी मौजूद थे।