कलेक्टर श्रीमती मारव्या ने सहकारिता एवं खाद्य आपूर्ति अधिकारियों के निरीक्षण प्रतिवेदन की वन -टू- वन समीक्षा बैठक ली।
जबलपुर
बैठक में सभी अधिकारियों, तहसीलदार, एसडीएम, डिप्टी कलेक्टर ने अपना-अपना निरीक्षण प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। जिसमें पाया गया कि जिले के कई शासकीय उचित मूल्य की दुकानों पर केन्द्र में सूचना पटल, पेयजल उपलब्धता, विद्युत आपूर्ति, भवन की स्थिति, भवन किराया, छत से पानी का रिसाव, सामग्री का नियमित रूप से वितरण न होना, नेटवर्क की समस्या, वितरण मशीन का सुचारू रूप से संचालन न होना, वेयर हाउस और गोदाम में नियमित रूप से दवाई का छिडकाव न करने एवं गेंहू चावल की गुणवत्ता में कमी आदि प्रतिवेदन प्रस्तुत किए। जिस पर खाद्य विभाग अधिकारी, वेयर हाउस प्रभारी, सहकारिता प्रबंधक को 15 दिवस के अन्दर कमियों को पूर्ण करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर श्रीमती नेहा मारव्या ने निर्देश दिए कि जिले की सभी उचित मूल्य दुकानों के कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जाए, ताकि खाद्यान्न की प्राप्ति, खर्च, वितरण और स्टॉक का सही तरीके से रिकॉर्ड रखा जा सके। इससे अनाज वितरण की प्रक्रिया अधिक पारदर्शी होगी और उपभोक्ताओं को समय पर खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा सकेगा।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर श्रीमती नेहा मारव्या ने संबंधित अधिकारियों से कहा कि सभी समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान सुनिश्चित किया जाए ताकि किसानों और आम जनता को कोई असुविधा न हो।
उल्लेखनीय है कि कलेक्टर श्रीमती मारव्या ने जिले के खादय एवं आपूर्ति विभाग एवं सहकारिता विभाग प्रमुखों को गोदामों और वेयरहाउस एवं शासकीय उचित मूल्य दुकान की स्थिति सुधारने के उददेश्य से औचक निरीक्षण का जिम्मा सौंपा साथ ही साथ जिले के तहसीलदार एसडीएम को वेयर हाउस गोदाम भंडार कक्ष का निरीक्षण करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।