फायर सेफ्टी और इलेक्ट्रीकल सेफ्टी आडिट कराने दिये निर्देश
सुधार कार्यों के लिये बनायें एस्टीमेट, प्राथमिकता तय कर तुरंत शुरू करें कार्य
जबलपुर, 05 अगस्त, 2022
कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने शुक्रवार को दोपहर बाद जिला अस्पताल का निरीक्षण कर अस्पताल का फायर सेफ्टी ऑडिट और इलेक्ट्रीकल सेफ्टी ऑडिट कराने के निर्देश दिये हैं। निरीक्षण के दौरान उन्होंने आकस्मिकता की स्थिति से निपटने अस्पताल की विद्युति आपूर्ति और अग्निशमन व्यवस्थाओं को चुस्त दुरूस्त रखने की हिदायत भी अधिकारियों को दी। डॉ इलैयाराजा ने कहा कि इसके लिये नये उपकरण खरीदने अथवा वर्तमान उपकरणों की क्षमता बढ़ाने की आवश्यकता हो तो तुरंत डिटेल सर्वे कर प्राक्कलन तैयार करें तथा प्राथमिकता तय कर उन पर कार्य शुरू भी कर दें।
जिला अस्पताल में कलेक्टर के निरीक्षण के दौरान नगर निगम आयुक्त अशीष वशिष्ट, जिला पंचायत की सीईओ डॉ. सलोनी सिडाना, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संजय मिश्रा, कार्यपालन यंत्री लोक निर्माण विभाग शिवेन्द्र सिंह, नगर निगम के फायर सेफ्टी अधिकारी कुशाग्र ठाकुर भी मौजूद थे।
कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा ने निरीक्षण के दौरान जिला अस्पताल के आईसीयू, पोषण पुनर्वास केन्द्र, ऑक्सीजन सप्लाई यूनिट एवं विद्युत आपूर्ति केन्द्र का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि अस्पताल में सुधार कार्य के लिये फण्ड की चिंता बिल्कुल न करें। इन कार्यों के लिये जितनी भी राशि की जरूरत होगी तत्काल डीएमएफ से उलब्ध करायी जायेगी। उन्होंने अधिकारियों को इलेक्ट्रिक सेफ्टी और फायर सेफ्टी के साथ-साथ जरूरी सिविल वर्क के लिए भी सर्वे कर बिंदुवार आवश्यकताएं तय करने के तथा ऐस्टीमेट बनाकर प्रस्तुत करने के निर्देश दिये।
कलेक्टर ने अस्पताल की इलेक्ट्रीकल सेफ्टी ऑडिट के साथ भविष्य की जरूरतों को देखते हुए वर्तमान विद्युत सब स्टेशन की क्षमता बढ़ाने, कण्ट्रोल पैनल बदलने एवं केबिल बदलने का प्रस्ताव बनाने के भी निर्देश दिये। कलेक्टर ने अस्पताल के विस्तारीकरण की कार्ययोजना के मद्देनजर भेजे गये नये विद्युत सब स्टेशन की स्थापना के प्रस्ताव को पूरे अस्पताल की आवश्यकता के लिहाज से पुनरीक्षित कर भोपाल भेजने के निर्देश दिये हैं।
डा. इलैयाराजा ने निरीक्षण के दौरान एक ट्रांसफार्मर खराब होने की जानकारी मिलने पर उसके स्थान पर शीघ्र नया ट्रांसफार्मर लगाने की हिदायत भी दी है। उन्होंने ऑक्सीजन प्लांट की विद्युत आपूर्ति व्यवस्था को जरूरत के मुताबिक तत्काल दूरस्त करने कहा ताकि भार असंतुलन की स्थिति पैदा न हो। जिला अस्पताल के आईसीयू वार्डों के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने पुराने आईसीयू वार्ड में भी निकासी की पृथक व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये तथा सुधार के सभी जरूरी कार्यों को तुरंत प्रारंभ करने कहा।
जिला अस्पताल में फायर सेफ्टी के मुद्दे पर कलेक्टर ने नगर निगम के फायर सेफ्टी अधिकारी को अग्निशमन की दृष्टि से एक-एक प्वाईण्ट का परीक्षण करने तथा ऑक्सीजन प्लांट सहित अस्पताल में लगे सभी अग्निशमन यंत्रों की बारीकी से जांच करने की हिदायत दी। कलेक्टर ने इस दौरान रिफिलिंग के बाद अग्निशमन यंत्रों पर नये लेवल चस्पा करने की बजाय पुराने लेवल पर ही रिफिलिंग की तारीख और एक्सपायरी की तारीख बदलने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने अपने सामने इनमें से एक अग्निशमन यंत्र को चलवाकर भी देखा। इसी प्रकार कलेक्टर ने अस्पताल के पुराने आईसीयू वार्ड की नर्स प्रतीक्षा द्विवेदी से वहां रखे अग्निशमन यंत्र को चलाकर दिखाने कहा। उन्होंने अग्निशमन यंत्र का सफलता पूर्वक इस्तेमाल करने पर उसकी प्रशंसा भी की।
निरक्षण के दौरान कलेक्टर ने जिला अस्पताल में लगी लिफ्ट के मेटेनेंस का प्रस्ताव तैयार करने तथा रैम्प बनाने का ऐस्टीमेट तैयार करने के निर्देश भी दिये। उन्होंने अस्पताल के पोषण पुनर्वास केन्द्र को वातानूकूलित करने का प्रस्ताव बनाने तथा यहां दो से बंद पड़े एक रेफ्रिजरेटर को तत्काल सुधरवाने कहा। कलेक्टर ने पोषण पुनर्वास केन्द्र में ऑक्सीजन बढ़ाने की हिदायत भी दौरे पर मौजूद अधिकारियों को दी।