दिव्यांगजनों को सहायक उपकरण प्रदान करने के लिए जनसुनवाई में लगा कैंप।
इंदौर
कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने आज जनसुनवाई में चार अनाथ बालिकाओं को रोजगार हेतु आवागमन करने के लिए स्कूटी की स्वीकृति प्रदान की। चारों बालिकाएं कल्पना, सलोनी विश्वकर्मा, अंजलि परमार तथा हरमीत कौर परदेशीपुरा स्थित अनाथ आश्रम में निवास करती हैं। उन्हें अपने निवास से कार्यस्थल आने-जाने में बेहद परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। साथ ही आवागमन में परेशानी के कारण रोजगार के बेहतर अवसर भी प्राप्त नहीं हो पा रहे थे। कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने संवेदनशीलता से उनकी समस्याओं को सुना तथा उन्हें रेडक्रॉस के माध्यम से चार स्कूटी प्रदान करने की स्वीकृति दी। चारों बालिकाओं को आज जनसुनवाई पश्चात स्कूटी वितरित की गई। चारों बालिकाओं को आज जनसुनवाई पश्चात विधायक श्री गोलू शुक्ला एवं कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी द्वारा स्कूटी वितरित की गई।
रेडक्रॉस के माध्यम से दी 75 हजार रुपए की आर्थिक सहायता
कलेक्टर डॉ.इलैयाराजा टी ने जरूरतमंदों को तात्कालिक रूप से आर्थिक सहायता प्रदान करते हुए देवेंद्र यादव को 20 हजार रुपए तथा ज्योति कौशल को चिकित्सा सहायता के लिए 10 हजार रुपए की स्वीकृति दी। इसी तरह उन्होंने अनाथ बच्चों की शिक्षा के लिए 10 हजार रुपए की स्वीकृति दी। आज जनसुनवाई में कुल 75 हजार रुपए की आर्थिक सहायता रेडक्रॉस के माध्यम से जरूरतमंदों को दी गई।
कलेक्टर ने जनसुनवाई में आए अन्य आवेदकों से धैर्यपूर्वक उनकी समस्याओं पर चर्चा की और उन्हें उनके शीघ्र निराकरण का आश्वासन भी दिया। उन्होंने न केवल मौके पर मौजूद अधिकारियों को नागरिकों से प्राप्त आवेदनों पर संवेदनशील रूख अपनाते हुए निराकरण के निर्देश दिए, बल्कि दूरदराज से आए आवेदकों की समस्याओं पर संबंधित क्षेत्र के अधिकारियों को फोन लगाकर तुरंत एक्शन लेने और कार्रवाई कर रिपोर्ट भेजने के लिए भी कहा। उन्होंने पट्टे की जमीन पर अवैध कालोनी काटने, आवास संबंधी, माता-पिता भरण पोषण, अवैध कब्जे आदि संबंधी विषयों पर आए आवेदनों पर सुनवाई की।
आज जनसुनवाई में रोजगार, शिक्षा और अन्य दैनिक कार्यों में मदद के लिये दिव्यांगजनों को विभिन्न प्रकार के उपकरण प्राप्त हो इस उद्देश्य के साथ आसरा प्रकल्प के अंतर्गत एलिम्को उज्जैन द्वारा एडिप योजना के तहत विभिन्न उपकरणों के लिए चिन्हांकन किया गया। 25 दिव्यांगजनों को मोट्रेट ट्राईसाईकिल, 109 दिव्यांगजनों को व्हीलचेयर, ट्राई साइकिल, बैसाखी इत्यादि के लिए चिन्हित किया गया। 15 दिव्यांगजनों को रिट्रोफिटिंग स्कूटी प्रदाय करने हेतु चिन्हित किया गया। कलेक्टर डॉ. इलैयाराजा टी ने सामाजिक न्याय एवं निशक्तजन कल्याण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे दिव्यांगजनों की समस्याओं को विशेष रूप से सुनें और उनका हाथो-हाथ निराकरण सुनिश्चित करें।