जन आशीर्वाद यात्रा में ही मिला सदस्यता से सामूहिक इस्तीफा
सिहोरा
लगातार इस्तीफे और वोट न देने के संकल्प में हो रही बढ़ोत्तरी
सिहोरा-आए थे हरिभजन को खोंटन लगे कपास,ये मुहावरा सिहोरा में भाजपा की जन आशीर्वाद यात्रा में देखने को मिला।यहां जनाशिर्वाद यात्रा में आशीर्वाद की जगह पार्टी से सामूहिक इस्तीफा सौंपने की बात ने पार्टी संगठन को सोचने पर विवश कर दिया। सिहोरा को जिला बनाए जाने की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन के बीच जन आशीर्वाद यात्रा में सिहोरा पहुंचे केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल को सिहोरा के अधिवक्ता संघ के 22 सदस्यों ने भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा का पत्र सौंपा।अपने पत्र में अधिवक्ताओं ने स्वयं को भाजपा का सदस्य बताते हुए इस बात की पीड़ा व्यक्ति की कि उन सहित सभी सिहोरा वासियों ने भाजपा को लगातार 20 वर्षों से सिहोरा में विधायक और जबलपुर को एक सांसद देने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।
लेकिन इसके बाद भी आज दिनांक तक सिहोरा के अस्तित्व की रक्षा के लिए दोनो के द्वारा कोई भी महत्वपूर्ण कदम नहीं उठाए गए ।विगत 20 वर्षों से अंतिम अधिवेशन सूचना जारी न करने और 2 वर्षों के लंबे धरना प्रदर्शन और अनुरोध के बाद भी जिला ना बनने से सिहोरा वासी अब आक्रोशित है।
विदित हो कि इससे पूर्व भी सिहोरा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की पूर्व प्रचारक के द्वारा उनके पिता को मिले मीसाबंदी सम्मान को वापस किया गया था ।साहू परिवार के दो सदस्यों द्वारा मीसाबंधी ताम्रपत्र वापस करते समय भी भाजपा द्वारा सिहोरा की उपेक्षा से दुखी होकर यह करना संबोधित किया गया था।