केन्द्र एवं राज्य शासन की हितग्राही मूलक योजनाओं का शेष रह गये पात्र व्यक्तियों तक लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से चलाये जा रहे मुख्यमंत्री जनकल्याण अभियान के तहत जिले में अभी तक पंचायत एवं वार्ड स्तर पर आयोजित किये गये 500 शिविरों में नागरिकों से प्राप्त 56 हजार 387 आवेदनों में से 48 हजार 916 आवेदनों को स्वीकृत किया गया है और 6 हजार 863 आवेदन प्रक्रियाधीन है।
जबलपुर
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देशानुसार 11 दिसम्बर से 26 जनवरी तक प्रदेश भर में चलाये जा रहे मुख्यमंत्री जनकल्याण अभियान के तहत जबलपुर जिले में कुल 729 शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इनमें पंचायत स्तर के 527 एवं वार्ड स्तर के 202 शिविर शामिल है। कलेक्टर कार्यालय से प्राप्त जानकारी अनुसार मुख्यमंत्री जनकल्याण अभियान के अंतर्गत अभी तक पंचायत एवं वार्ड स्तर पर लगाये गये 500 शिविरों में स्वीकृत आवेदनों में आयुष्मान भारत योजना के 10 हजार 680, निर्माण श्रमिकों के पंजीयन के 5 हजार 487, पीएम स्वनिधि योजना के 3 हजार 244, मुख्यमंत्री ग्रामीण पथ विक्रेता ऋण योजना के 21, चालू खसरा खतौनी की प्रतिलिपि प्रदान करने के 7 हजार 760, चालू नक्शा की प्रतिलिपि प्रदान करने के 4 हजार 932, प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के 1 हजार 295, भवन एवं संनिर्माण श्रमिकों के पंजीयन के 1 हजार 532, समग्र सामाजिक सुरक्षा पेंशन के 1 हजार 136, राष्ट्रीय विधवा पेंशन योजना के 930, वृद्धावस्था पेंशन के 2 हजार 530, नि:शक्तजन पेंशन योजना के 366, मुख्यमंत्री कन्या अभिभावक पेंशन योजना के 73, मुख्यमंत्री अविवाहिता पेंशन योजना के 10, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के 487, मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना के 1 हजार 474, पशुपालक किसानों को क्रेडिट कार्ड के 277, लाडली लक्ष्मी योजना के 745, अविवादित नामांतरण के 322, अविवादित बंटवारा के 108, सीमांकन के 89, जाति प्रमाण पत्र के 359, मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति एवं मुख्यमंत्री आर्थिक कल्याण योजना के 37, राष्ट्रीय परिवार सहायता योजना के 32, मुख्यमंत्री नि:शक्त शिक्षा प्रोत्साहन योजना के 26, विकलांगता प्रमाण पत्र के 14, मृत्यु की दशा में अनुग्रह सहायता योजना के 237 तथा प्रसूति सहायता योजना के 13 प्रकरण शामिल हैं। मुख्यमंत्री जनकल्याण अभियान के तहत जिले में आयोजित किये जा रहे शिविरों के माध्यम से आम नागरिकों को विभिन्न विभागों की 34 हितग्राही मूलक योजनाओं एवं 11 लक्ष्य आधारित योजनाओं का लाभ पात्र हितग्राहियों को दिया जा रहा है तथा 63 सेवाएं प्रदान की जा रही हैं।