आवेदकों को दी जा रही नामांतरण आदेश के साथ खसरा-नक्शा की अद्यतन प्रति.
दो दिवसीय राजस्व शिविरों में निराकृत किये जायेंगे 5 हजार से अधिक प्रकरण
जबलपुर
नामांतरण के अविवादित प्रकरणों के निराकरण के लिये जिले में आज गुरूवार से तहसील मुख्यालयों पर शिविरों के आयोजन का सिलसिला प्रारंभ हो गया है। नामांतरण के अविवादित प्रकरणों के निराकरण के लिये लगाये जा रहे दो दिनों के सितम्बर माह के पहले शिविरों में पांच हजार से अधिक प्रकरण निराकरण हेतु रखे गये हैं। इनमें से आज पहले दिन कई प्रकरणों का निराकरण कर आवेदकों को नामांतरण आदेश और खसरा-नक्शा की अद्यतन प्रतियां भी प्रदान की गई। शुक्रवार 6 सितम्बर को दूसरे दिन भी इन शिविरों में नामांतरण के अविवादित प्रकरणों का निराकरण कर आवेदकों को नामांतरण आदेश के साथ खसरा-नक्शा की सुधारी गई प्रतियां सौंपी जाएंगी।
ज्ञात हो कि कलेक्टर दीपक सक्सेना ने जिले में नामांतरण के अविवादित प्रकरणों के निराकरण हेतु हर माह प्रत्येक तहसील मुख्यालय पर दो-दो शिविरों के आयोजन के निर्देश दिये हैं। शिविरों का आयोजन जुलाई माह से प्रारंभ किया गया था। तहसील स्तर पर लगाये जा रहे सितम्बर माह के पहले शिविरों में निराकरण के लिये रखे जाने वाले प्रकरणों की सूची अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों द्वारा पूर्व में ही सार्वजनिक की जा चुकी थी। कलेक्टर कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार सितम्बर माह के प्रथम राजस्व शिविरों के पहले दिन गुरूवार को गोरखपुर तहसील में 349, सिहोरा तहसील में 140, मंझौली तहसील में 170 और पाटन तहसील में 151 अविवादित नामांतरण के प्रकरणों का निराकरण किया गया। नामांतरण के अविवादित प्रकरणों के निराकरण के लिये तहसील मुख्यालयों पर लगाये जा रहे माह के पहले शिविरों में तहसील सिहोरा में 479, मंझौली में 383, पाटन में 218, कुंडम में 137, आधारताल में 1266, गोरखपुर में 1054, रांझी में 517, जबलपुर में 498, पनागर में 588 एवं शहपुरा में 504 प्रकरण निराकरण के लिये चिन्हित किये गये हैं।