इन दिनों ठंड जोरों पर है। इससे बचाव के लिए लोग विभिन्न जतन कर रहे हैं। 10-12 दिनों से सर्दी के प्रकोप से जहां सुबह व रात का पारा काफी नीचे आ गया है वहीं दिन का तापमान भी 15 डिग्री तक आ पहुंचा है। इन सर्द हवाओं व कंपकंपा देने वाली ठंड से बचाव के लिए अभी तक नगर प्रशासन ने नगर में कहीं भी अलाव जलाने की व्यवस्था नहीं की है। जबकि शासन को ठंड शुरू होते ही अलाव की व्यवस्था करनी चाहिए।
मझौली
कूड़ा-करकट जला रहे हैं लोग
नगर परिषद मझौली द्वारा नगर में अलाव जलाने के लिए कहीं भी लकडिय़ों का इंतजाम नहीं किया है।
इस कारण लोग अपने स्तर पर कूड़ा-करकट बीनकर अलाव जलाकर सर्दी से बचने के जतन कर रहे हैं। इसमें लोग प्लास्टिक तक जला रहे हैं, जो पर्यावरण में जहरीला धुआं छोड़ रही है। कुछ स्थानों पर बेकार पड़े टायरों को भी जलाकर ठंड भगाई जा रही है जो बदबू के साथ पर्यावरण पर विपरीत असर डाल रहे हैं।
प्रतिवर्ष जलाए जाते हैं सरकारी अलाव
नगर परिषद द्वारा ठंड के जोर पकड़ते ही नगर के विभिन्न स्थानों पर अलाव की व्यवस्था की जाती है। इसमें मुख्य चौराहों, गरीब बस्तियों, अस्पताल, बस स्टैंड आदि स्थानों पर शासकीय अलाव जलाए जाते हैं। इससे अधिक से अधिक लोग इसका फायदा उठा सके। इस बार तापमान में अधिक गिरावट होने के बाद भी यह व्यवस्था अभी तक नहीं हो सकी है।
कोहरे और ठंड से प्रभावित हो रहा जनजीवन
मझौली-क्षेत्र में चार दिनों से कोहरे और ठंड से जनजीवन प्रभावित हो गया है। ठंड के कारण लोगों का घरों से निकलना दूभर हो गया है। दिनभर ठिठुरन रहती। इस कारण लोगों को दिन में भी अलाव का सहारा लेना पड़ा रहा है। नगर परिषद ने भी अपने कार्यालय के सामने भी अलाव जलाने की व्यवस्था की है।
ठिठुरते हैं लोग
ठंड के मौसम में नए बस स्टैंड पर स्थित प्रतीक्षालय के बाहर ठिठुरते रहते हैं। लोग सिविल अस्पताल में मरीजों के साथ आए लोगों को रहने की व्यवस्था न होने से उन्हें ऐसी ठंड में भी आसमान के नीचे सोना पड़ता है। इन स्थानों पर लकड़ी की व्यवस्था नहीं होने से अलाव नहीं जल रहे हैं।
इनका कहना है
नगर परिषद मझौली सीएमओ राजेश भदौरिया एवं जनप्रतिनिधियों का कहना है कि ठंड को देखते हुए शीघ्र ही नगर परिषद द्वारा अलाव की व्यवस्था की जाएगी, जो मुख्य स्थानों पर जलाए जाएंगे।