चुनाव परिणाम में सिहोरा
इस जीत में ही छुपी है हार
लक्ष्य जिला सिहोरा आंदोलन समिति का 41 वां धरना
सिहोरा:
– नगरपालिका के चुनाव परिणाम ने एक बार फिर सिहोरावासियों की बुद्धिमत्ता को प्रमाणित कर दिया।जनता ने अपने वोट के माध्यम से ऐसा संदेश दिया कि चुनाव में भाजपा की हार भी हुई और जीत भी।लक्ष्य जिला सिहोरा आंदोलन समिति ने अपने आंदोलन के 41 वें धरने में दावा किया कि नगरपालिका चुनाव परिणाम में जनता ने जिला की बात न करने वालो को सबक भी सिखाया और अपने मन की सत्ता भी बना ली।
*सिहोरावासियों ने यूँ दिया संदेश:-* लक्ष्य जिला सिहोरा आंदोलन समिति के मानस तिवारी,सियोल जैन ने दावा किया कि वे जनता तक ये संदेश पहुंचाने में सफल रहे कि सिहोरा के जिला न बन पाने का दोषी कौन है?उन्होंने दावा किया कि सत्तारूढ़ भाजपा जिन लोगों के नाम से जानी जाती थी उन सबको अपनी जिम्मेदारी न निभाने का खामियाजा भोगना पड़ा है।वही जिन जिन लोगों ने सिहोरा के हित को प्रमुखता दी उन्हें जीत का आशीष जनता ने दिया है।
*सिहोरा की जनता जिला के पक्ष में:-* समिति के नागेन्द्र क़ुररिया, रामजी शुक्ला,सुशील जैन ने दावा किया कि सिहोरावासी मानते है कि सिहोरा के साथ लगातार उपेक्षापूर्ण व्यवहार सरकार द्वारा किया जा रहा है।सत्तारूढ़ सरकार की पहचान के समस्त अग्रिम पंक्ति के नेताओं की हार इस बात का प्रमाण है।सिहोरावासियों के स्पष्ट संदेश को नजरअंदाज करने के परिणाम आने वाले समय मे विधानसभा लोकसभा के परिणाम तक को उलट सकते है।
*सिहोरा के लिए आगे आए जनप्रतिनिधि:-* समिति के अनिल जैन, कृष्णकुमार क़ुररिया,अमित बक्शी ने आह्वान किया कि जनमत के पीछे के स्पष्ट भाव को समझ सिहोरा के हित के लिए अब समस्त जनप्रतिनिधियों को आगे आना चाहिए।समिति ने एक बार फिर सर्वदलीय समिति के गठन का ऐलान किया।
धरने के 41 वें रविवार समिति के नत्थू पटेल,रामलाल साहू,पन्नालाल झारिया,सुखदेव कौरव,एस के त्रिपाठी,गुड्डू कटेहा,वीरू दुबे सहित अनेक सिहोरावासी मौजूद रहे।