शिवराज जी
मध्यप्रदेश के खातेगांव जनपद पंचायत अध्यक्ष संलीता धनवारे दलित महिला से भेद भाव का अत्याचार क्यों❓
खातेगांव रन्नोद
जनपद पंचायत खातेगांव की महिला अध्यक्ष सलिता धनवारे ने आरोप लगाया कि दलित होने के कारण उन्हें कार्यक्रमों में बुलाया नहीं जाता। राज्यपाल के नाम लिखे पत्र में उन्होंने जनपद की सीईओ अंकिता अलावा पर आरोप लगाया है कि वह भाजपा के नेताओं को मुख्यधारा में बैठा कर सम्मान देती हैं और उन्हें कार्यक्रम की सूचना तक नहीं देती। इस तरह का अपमान दलित होने के कारण किया जा रहा है। राजनैतिक ईर्ष्या घटिया सोच का स्तर कहा जा पहुंचा है इस मामले में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रदेश स्तर के पदाधिकारियों के द्वारा समेव संज्ञान लेना चाहिए और दलित महिला को न्याय दिलाना चाहिए!
एक महिला से आप इस प्रकार का अमानवीय घटिया कूट रचित राजनीति का व्यवहार कर बाबा साहब के संविधान के द्वारा प्रदत्त समानता के अधिकारों का गला घोंटने कर क्या हासिल करना चाहते हो खातेगांव की पूछती है जनता .. जवाब दो…
पिछले दिनों लिखा था इस घटनाक्रम पर सच बयां कर रही है
ब्रह्माण्ड की शक्तियां पहले से ही आपकी है,हम सबकी है, लेकिन सत्ता की सारी शक्तियां आपकी है, आपके चेले चपाटें और उनके बाप की है,यह हम सभी नागरिक देख रहे हैं। आपने आंखों पर हाथ नहीं रखा है, अपितु आप सत्ता की शक्तियों से मिले मद से अंधे हो गए हो,आप एकदम अंधे की तरह व्यवहार कर रहे हो, जैसे अंधा लघुशंका करता है तो जमाना देखता है और अंधा सोचता है कि उसे कोई नहीं देख रहा है। आप नहीं जानते अभी सत्ता की खुमारी ने आपको आत्ममुग्ध बना दिया है और आपके आसपास बिखरे स्वार्थी चापलूसों ने आपका आशियाना चने के झाड़ पर बना दिया है। कभी समय मिले तो सोचना कि जब ये सत्ता की खुमारी उतरेगी,तब क्या होगा? चिलम का सुट्टा लगाकर दार्शनिक हो जाना अलग बात है और दर्शन को अंगीकार करना अलग बात है।