दस्तावेज के अनुसार यह एक बहुत ही गंभीर विषय
जबलपुर
” सूचना के अधिकार” ,के तहत निकाली गई जानकारी जिसमें लगभग 80 अस्पताल अमान्य घोषित किए गए हैं लेकिन वह धड़ल्ले से चल रहे हैं ,जिसमें नगर निगम अधिकारी, विक्टोरिया सीएमएचओ ,अग्निशामक अधिकारी एवं अन्य अधिकारी द्वारा प्रमाणित किया गया है ,कि उक्त अस्पताल में कमी क्या है एवं उक्त अस्पतालों में खुद की जालीपूर्ति की व्यवस्था नहीं है एवं उक्त अस्पताल की बिल्डिंग सूचना के अधिकार से निकल गई जानकारी के अनुसार उपयुक्त नहीं है ….
कभी भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है …
मन्नु लाल जगन्नाथ ट्रस्ट हनुमान ताल वार्ड स्थित सीक्रेट नक्शे से विपरीत बनाई गई है
अस्पताल एम ओ एस क्षेत्र में स्वीकृति अनुसार कोई भी निर्माण कार्य नहीं किया गया
कॉम्पलीशन सर्टीफिकेट जारी नहीं है स्वीकृति से अधिक प्रयोजन विरूद्ध निर्माण किया गया
हमारा “भारत का संविधान “हर एक नागरिक को अपनी जान,स्वस्थ की सुरक्षा देता है l
लेकिन उक्त “सूचना के अधिकार ” से निकल गई जानकारी के अनुसार साफ दर्शित हो रहा है कि उक्त अस्पतालों में या अस्पताल की बिल्डिंग अस्पताल चलाने लायक नहीं है या यह कहिए कि, उक्त अस्पताल मौत के अड्डे बन चुके हैं….