पिछले साल की तुलना मे अभी है दोगुने से अधिक पानी
पिछले साल हुए तालाब गहरीकरण और जीर्णाेद्धार कार्य के बाद जलग्रहण क्षेत्र में भी हुई वृद्धि
आसपास के क्षेत्रों के भू-जलस्तर में भी हुआ सुधार
कटनी
कौड़िया धनवाही जलाशय मे इन दिनों करीब पांच फिट से अधिक जलस्तर मौजूद है। जबकि बीते साल इन्ही दिनों में इस जलाशय मे बमुश्किल डेढ़ – दो फिट ही पानी मौजूद था। आसपास के बड़े क्षेत्र के लोगों की इस तालाब पर निर्भरता होने की वजह से पिछले साल इस सूखते तालाब को पुर्नजीवित करने कलेक्टर अवि प्रसाद ने जनभागीदारी से तालाब के गहरीकरण का कार्य शुरू कराया था।
करीब 63 हेक्टेयर के विशाल क्षेत्र में फैले इस तालाब के जीर्णाेद्धार और गहरीकरण कार्य के प्रणेता और सूत्रधार बने कलेक्टर अवि प्रसाद के आव्हान पर ग्रामीणों के उठे हजारों हांथों ने तालाब को पानीदार बनाने के संकल्प के साथ श्रम और सहयोग की आहूति दी। जिस वजह से इस साल मार्च माह मे तालाब मे अभी भी पांच फिट से अधिक गहरा पानी उपलब्ध है। साथ ही भू-जल स्तर भी बढ़ा है। आस-पास के लोग इसके पानी को निजी निस्तार और मवेशियों के लिए पानी पिलाने आदि कार्य में इसका उपयोग कर रहे है। तालाब के तटीय क्षेत्र से लगे करीब 250 से अधिक किसानों की 247 हेक्टेयर भूमि मे लगी फसल की सिंचाई भी कौंडिया जलाशय के तालाब से की गई है। वर्तमान मे तालाब के तटवर्ती क्षेत्र मे अधिकतर गेंहूॅ की फसल बोई गई ह,ै जो पकने की स्थिति में होने की वजह से अब सिंचाई की जरूरत नहीं होगी।
ग्राम भरदार कौड़िया निवासी 75 वर्षीय श्रीवास देव पाण्डेय ने बताया कि कभी यह तालाब 12 महीने पानी से लबालब भरा रहता था लेकिन अब पिछले कई वर्षाे से यह गर्मियों की शुरूआत मे ही सूख जाता है। श्री पाण्डेय कहते है कि भला हो कलेक्टर श्री अवि प्रसाद का जिनके सद्प्रयासों से हुए गहरीकरण कार्य की वजह से इस कौंडिया जलाशय के सिमटते अस्तित्व को संजीवनी मिली और पिछले साल की तुलना में इस वर्ष मार्च माह में जलाशय में दोगुने से भी ज्यादा क्षेत्र मे जलभराव है।
पिछले साल गर्मियों में जून माह मे यहां से निकलते हुए जब कलेक्टर ने सूखे हुए कौंडिया जलाशय को देखा तो इस पर उन्होनें ग्रामीणों और आसपास के क्षेत्रीय जनों का आव्हान किया कि जनभागीदारी से तालाब गहरीकरण का कार्य शुरू किया जाये। ताकि बारिश के दिनों में ज्यादा जलभराव क्षेत्र में पानी को सहेजा जा सके।
कलेक्टर के यह प्रयास फलीभूत हुए स्थानीय जन पंचमलाल, अयोघ्या प्रसाद और सरमन लाल का कहना है कि पिछले साल हुए गहरीकरण की वजह से इस वर्ष तालाब में अभी भी पांच फिट से अधिक गहरा पानी है। साथ ही तालाब का जल भराव क्षेत्र भी पिछले साल की तुलना में दोगुने से अधिक बढ़ा है।