मंगलवार को सरही परिक्षेत्र स्थित रौंदा बीट से 11 बारहसिंघा ( 3 नर व 8 मादा ) को सफलता पूर्वक केप्चर कर बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व की ओर रवाना किया गया।
बालाघाट
इस पूरे केप्चर प्रक्रिया का नेतृत्व श्री सुनील कुमार सिंह, क्षेत्र संचालक कान्हा टाईगर रिजर्व द्वारा किया गया। इसके पूर्व कान्हा से बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व 37 (13 नर व 22 मादा तथा 2 बच्चे) बारहसिंघा स्थानांतरित किये गये है। राज्य पशु बारहसिंघा के बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व में ट्रांसलोकेशन हेतु भारत सरकार एवं मध्यप्रदेश शासन द्वारा अनुमति दी गई थी। 11 फरवरी 2024 को समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों तथा विषय विशेषज्ञों द्वारा बारहसिंघा केप्चर हेतु विशेष रूप से निर्मित बोमा का निरीक्षण किया गया एवं बारहसिंघा केप्चर की रणनीति तैयार की गई। मंगलवार को प्रात: 8 बजे से 10 बजे के बीच बारहसिंघा केप्चर की प्रक्रिया पूर्ण की गई एवं बारासिंघा को विशेष रूप से निर्मित परिवहन ट्रक में बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व की ओर वन्यप्राणी चिकित्सक कान्हा एवं बांधवगढ़ रेस्क्यू दल की देखरेख में रवाना किया गया। प्रदेश में इनकी संख्या बढ़ाने के उद्देश्य से पिछले कुछ वर्षों में वन विहार राष्ट्रीय उद्यान भोपाल में 7 एवं सतपुड़ा टाईगर रिजर्व में 98 मध्य भारतीय हार्ड ग्राउण्ड बारहसिंघा को सफलतापूर्वक स्थानांतरण किया जा चुका है।
कान्हा प्रबंधन द्वारा बेहतर संरक्षण के चलते अब कान्हा में बारहसिंघा की संख्या लगभग 948 तक हो गयी है। केप्चर आपरेशन के दौरान श्री पुनीत गोयल, उप संचालक (कोर) डॉ. संदीप अग्रवाल, वन्यप्राणी चिकित्सक एवं बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व से श्री पीके वर्मा, उप संचालक एवं उनका रेस्क्यू दल तथा कान्हा टाईगर रिजर्व के अधिकारी व कर्मचारी शामिल रहे।