शिक्षा देश की उन्नति का आधार स्तंभ- अपर कलेक्टर श्री अर्पित वर्मा,अपर कलेक्टर ने दिलाई साक्षरता दिवस पर शपथ ,साक्षरता जागरूकता दिवस पर की गई नुक्कड़ नाटक की प्रस्तुति
शहडोल
अपर कलेक्टर श्री अर्पित वर्मा ने कहां है कि शिक्षा देश की उन्नति का आधार स्तंभ है। एक शिक्षित समाज ही देश व प्रदेश के सुनहरे भविष्य का मार्ग प्रशस्त करता है। शिक्षा से ही इंसान का व्यक्तित्व निखरता है, शिक्षा का मानव जीवन के विकास में विशेष महत्व होता है। शिक्षा जीवन में आने वाली हर कठिनाईयों से निजात दिलाना सिखाता है और मनुष्य को मानसिक एवं बौद्धिक मजबूती प्रदान करता है। हमारे संविधान में हर एक व्यक्ति को शिक्षा का मौलिक अधिकार प्राप्त है, सभी को शिक्षा अवश्य लेनी चाहिए। शिक्षा मानवीय जीवन के संस्कार, विकास का महत्वपूर्ण घटक है। शिक्षा मनुष्य को सशक्त बनाती है। उक्त उद्बोधन आज अपर कलेक्टर श्री अर्पित वर्मा ने अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर आयोजित नवभारत साक्षरता कार्यक्रम में दिए।
अपर कलेक्टर अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आइए अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस पर संकल्प ले की हम पढ़ेंगे, पढ़ाएंगे तथा शिक्षा की ज्योति को घर-घर में पहुंचाएंगे। उन्होंने कहा कि नव भारत साक्षरता कार्यक्रम का उद्देश्य न केवल मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मक ज्ञान प्रदान करना है, बल्कि शिक्षा एवं विकास के अन्य घटकों को भी शामिल कर उन्हें आत्मसात करना है। आज के प्रतिस्पर्था युग के दौर में शिक्षा अति आवश्यक है। शिक्षा के विभिन्न प्रकार हो सकते है जैसे वित्तीय साक्षरता, डिजिटल साक्षरता, वाणिज्यिक कौशल, स्वास्थ्य देखभाल और जागरूकता, बाल देखभाल और शिक्षा, और परिवार कल्याण, स्वास्थ्य शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, जिसमें रोजगारमूलक शिक्षा प्रदान की जाए और व्यक्ति अपने को प्रशिक्षित कर रोजगार प्राप्त कर सकें। उन्होंने कहा कि स्थानीय रोजगार प्राप्त करने की दृष्टि से व्यावसायिक कौशल विकास, प्रारंभिक, मध्यम और माध्यमिक स्तर की समानता सहित बुनियादी शिक्षा और कला, विज्ञान, प्रौद्योगिकी की शिक्षा का और अधिक षिक्षण संस्थाओं में समावेश किया जाए जिससे शिक्षा ग्रहण करने वाला विद्यार्थी पूर्ण रूप से पारांगत हो। उन्होंने कहा कि बड़े बुजुर्गाें को साक्षर करने का लगातार शासन द्वारा सतत प्रयास किया जा रहा है जिससे कोई भी निराक्षऱ न रहे और साक्षर होकर अपने हस्ताक्षर कर सकें। इस मिशन को जन-जन तक पहुंचना और मूर्त रूप देना हम सबका दायित्व है।
कार्यक्रम में जिला प्रौढ़ शिक्षा अधिकारी श्रीमती सावित्री सोनी ने कार्यक्रम में अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस की रूपरेखा के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि नव भारत साक्षरता कार्यक्रम का उद्देश्य, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को- 15 वर्ष से अधिक आयु वर्ग में गैर-साक्षर लोगों के बीच साक्षरता को बढ़ावा देने में सहायता करना है। जिसके तहत, 2022-23 से 2026-27 तक की कार्यान्वयन अवधि के दौरान पूरे देश में गैर-साक्षरों को साक्षर किया जाएगा और उन्हें शासन की जनहितकारी योजनाओं की जानकारी दी जाएगी।
नवभारत साक्षरता कार्यक्रम अपर कलेक्टर ने उपस्थित अधिकारियों कर्मचारियों तथा छात्र छात्राओं को अंतर्राष्ट्रीय साक्षरता दिवस की शपथ दिलाई। इस दौरान पंडित शंभूनाथ विश्वविद्यालय शहडोल के एनएसएस एवं एनसीसी के छात्रों ने नुक्कड़-नाटक के माध्यम से साक्षरता दिवस की अलख जगाते हुए लोगों को जागरूक किया। नवभारत साक्षरता कार्यक्रम में अपर कलेक्टर श्री अर्पित वर्मा की उपस्थिति में साक्षरता जागरूकता की रैली निकाली गई तथा रैली शहडोल नगर के मुख्य मार्गाें, विभिन्न चौराहों, तिराहा एवं मार्गों से लोगों को साक्षर बनाने के नारो के साथ गुजरी रैली का समापन कलेक्ट्रेट कार्यालय में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधिकारी श्री पी.एस. मरपाची, प्राचार्य महिला समिति श्री दिलीप द्विवेदी, सचिव महिला समिति श्रीमती संगीता दुबे, समन्वयक जन अभियान परिषद श्री विवेक कुमार पांडेय, जिला सह समन्वयक श्री अजय सिंह, एनसीसी प्रभारी श्री आर. पी. सिंह एवं श्री लालजी, एनएसएस प्रभारी श्री अख्तर खान, बीआरसी सोहागपुर श्री संतोष यादव सहित एनसीसी, एनएसएस, पंडित शंभूनाथ विश्वविद्यालय एवं महिला समिति विद्यालय के छात्र छात्राएं उपस्थित थे।