100 दिन में सिहोरा जिला वर्ना जिला नही तो वोट नही अभियान,जिला पंचायत सदस्य ने धरने में पहुँच दिया समर्थन
सिहोरा:-
लक्ष्य जिला सिहोरा आंदोलन समिति ने अपने आंदोलन के 70 वें रविवार को नगर के प्रत्येक समाज के सामाजिक संगठनों एवं प्रबुद्ध जनों को धरना स्थल पर ही बैठक हेतु आमंत्रित कर सिहोरा को जिला बनाने की एक व्यापक रणनीति पर चर्चा की। 2 घंटे तक चली इस बैठक के बाद समिति ने घोषणा की कि आगामी 9 अप्रैल को सिहोरा मझौली,ढीमरखेड़ा, सिलोंडी,बचैया,खमतरा बहोरीबंद के समस्त नागरिकों के साथ एक विशाल आंदोलन सिहोरा में किया जाएगा। इससे पूर्व प्रत्येक ग्राम एवं प्रत्येक विकासखंड स्तर पर आंदोलन की घोषणा भी की गई है।समिति ने जिला न बनने पर जिला नही तो वोट नही अभियान का भी ऐलान किया।चल रहे धरने में जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 8 की सदस्य सुश्री एकता ठाकुर ने पहुँचकर सिहोरा जिला की मांग का समर्थन किया।
*ऐसा होगा चरणबद्ध आंदोलन-* लक्ष्य जिला सिहोरा आंदोलन समिति द्वारा घोषित आंदोलन इस प्रकार है- मझौली से सिहोरा ग्राम पदयात्रा 12 फरवरी,
बाकल से सिहोरा ग्राम पदयात्रा 19 फरवरी ,
5 फरवरी से 25 फरवरी तक सिहोरा की समस्त 60 ग्राम पंचायतों में भ्रमण, 26 फरवरी को संपूर्ण सिहोरा विकासखंड के सरपंच ,जनपद सदस्य, और जिला पंचायत सदस्यों का एक विशाल सम्मेलन सिहोरा मे
स्लीमनाबाद में आमसभा 5 मार्च ,
बचैया में आमसभा 12 मार्च
खमतरा में सभा 19 मार्च
9 अप्रैल को संपूर्ण सिहोरा,मझौली,ढीमरखेड़ा और बहोरीबंद की जनता के साथ सिहोरा में महारैली
*जिला नही तो वोट नही अभियान:-* इसके बाद भी यदि मध्य प्रदेश सरकार द्वारा सिहोरा जिला मुद्दे पर कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया गया तो 10 अप्रैल 2023 से घर-घर दस्तक देकर जिला नहीं तो वोट नहीं अभियान व्यापक रूप में चलाया जाएगा।
मझगवां और गांधीग्राम नगरपंचायत बने:- लक्ष्य जिला सिहोरा आंदोलन समिति ने एक बार फिर मझगवां और गांधीग्राम के नगरपंचायत बनाने की मांग दोहराई।समिति ने मझगवां के नागरिकों द्वारा इसकी पहल किये जाने को पूर्ण समर्थन दिया।समिति ने गांधीग्राम के वाशिन्दों को भी आगे आने की अपील की।
धरना स्थल पर समिति के सिलोंडी से पधारे मनमोहन राय, गणेश पटेल,रामनरेश यादव,ललित मिश्रा,सियोल जैन,मानस तिवारी,रामजी शुक्ला,अनिल जैन,नागेन्द्र क़ुररिया,रामलाल साहू,कृष्ण कुमार क़ुररिया,नत्थू पटेल,विकास दुबे,सुशील जैन,अनिल क़ुररिया,अजय कुमार,गुड्डू कटैहा,गौरीहर राजें सहित अनेक सिहोरावासी मौजूद रहे।