नगर परिषद मझौली मैं कार्यरत उपयंत्री अमित कुमार बघेल एवं ठेकेदार की सांठगांठ से आंगनबाड़ी केंद्र चढ़े भ्रष्टाचार की भेंट
मझौली जबलपुर
आज दिनांक तक संचालित नही हो पा रही है वार्ड क्रमांक10/ 11/12/ की आंगनबाड़ी केंद्र आलम यह है कि वार्ड क्रमांक 11 एव 12 के आंगनबाड़ी केंद्र पोला रोड़ स्थित जर्जर भवन में लगाने को मजबूत आंगनबाड़ी तो वही वार्ड क्रमांक 10 में आंगनबाड़ी केंद्र खंडहर बन चुकी है।
महिला बाल विकास विभाग द्वारा संचालित होने वाली आंगनबाड़ी केंद्र नगर परिषद द्वारा एजेंसी बन कर निर्माण कार्य कराया गया था ।सरकारी विभाग के द्वारा 6 _6 लाख रुपए की राशि से पंद्रह वार्डों में 15 आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण कराया जाना था तो वही वार्ड क्रमांक 14 में आज दिनांक तक आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण कार्य शुरू भी नहीं हो पाया तो वही वार्ड क्रमांक11/ 12/13/ 1/औ 2 नंबर वार्ड की आंगनबाड़ी भवनों का निर्माण गुणवत्ता को ताक पर रखकर किया गया है। मालूम हो कि कोई भी सरकारी योजना का कार्य प्रारंभ करने से पूर्व योजना स्थल पर प्राक्लित राशि का बोर्ड लगाना अनिवार्य होता है। लेकिन विभागीय उप यंत्री अमित बघेल एवं संबंधित जिम्मेदार पदाधिकारी की लापरवाही के कारण अधिकतर योजना स्थल के साथ-साथ उक्त आंगनबाड़ी भवन निर्माण का योजना से संबंधित बोर्ड नहीं लगाया गया है।
योजना से संबंधित बोर्ड नहीं लगाने के पीछे का राज आखिर क्या है
विभाग के जिम्मेदार अमित बघेल बेहतर बता सकते हैं।
हालांकि मीडिया कर्मी के द्वारा विभाग के अधिकारी उप यंत्री अमित बघेल से बेहतर जानकारी लेने और भवन निर्माण में किया जा रहा मटेरियल का उपयोग की गुणवत्ता पर सवाल किया तो गोल-मटोल जवाब देते हुए अपनी जिम्मेदारी को भूल गए।
इधर नगर परिषद मझौली के नागरिकों ने आरोप लगाते हुए बताया कि विभागीय अधिकारियों कर्मचारियों की मिली भगत से घटिया निर्माण सामग्री का उपयोग करके आंगनबाड़ी भवन का निर्माण कराया गया है। भवन निर्माण में उपयोग किये गये ,रेत, गिट्टी एवं ईट बेहद घटिया क्वालिटी का इस्तेमाल किया गया है। आंगनबाड़ी केंद्र भवन निर्माण कार्य में गुणवत्ता पर सुधार नहीं किया गया और वह आंगनबाड़ी केंद्र लगने के पहले ही जर्जर हालत में नजर आ रही है ।
जिसकी लिखित शिकायत नगर परिषद मझौली से लेकर नगरीय प्रशासन विभाग जबलपुर को भी दी गई इसके बाद भी शासन के आला अधिकारी नही जागे ।