शहर के व्यस्ततम मार्गों की गड्ढों से भरी और खुदी पड़ी सड़कों से तंग आकर एक अधिवक्ता पवननन्होरिया ने जिला न्यायालय में कलेक्टर व नगर निगम कमिश्नर के खिलाफ जनहित याचिका दायर की है
सागर
जिसे श्रीमान पीठासीन अधिकारी, स्थाई लोक अदालत सागर ने स्वीकार करते हुए 02 दिसंबर को सुनवाई नियत कर दी है। एड. नन्होरिया ने बताया कि इस समय
शहर के प्रमुख सड़कों की हालत बेहद खराब है। आए दिन लोग दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं। उन्होंने
बताया कि मैं मोतीनगर क्षेत्र के भगतसिंह वार्ड में रहता हूं। जहां से जिला न्यायालय आने-जाने के लिए बड़ा बाजार, सिटी कोतवाली, तीन बत्ती, परकोटा, बस स्टैंड, पीली कोठी की सड़कों से होकर आवागमन करना पड़ता है। वर्तमान में सभी इलाकों की सड़कों की हालत बहुत जर्जर है। जिन्हें दुरुस्त कराने के लिए नगर निगम कमिश्नर और कलेक्टर जवाबदेह हैं। लेकिन उनके द्वारा कोई कार्रवाई नहीं कराई जा रही हैं।
*सुनवाई से पहले दुरुस्त हो सकती हैं सभी सड़कें!*
एड. नन्होरिया की इस याचिका पर अगले महीने सुनवाई होना है। वहीं प्रशासनिक व नगर निगम सूत्रों का कहना
है कि याचिका के वाद-बिंदुओं का निराकरण इससे पहले ही हो सकता है। दरअसल 26 नवंबर को प्रदेश के
मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान सागर आ रहे हैं। जिसके चलते नगर निगम ने हाल ही में शहर की कई सड़कों
को दुरुस्त कराने का टेंडर निकाला है। याचिका में उल्लेखित मार्गों भी इस दुरुस्तीकरण में शामिल हैं।