विगत दिवस नर्मदा रोड, आदर्शनगर स्थित पेट्रोल पम्प मेसर्स साईं आटो मित्र के विरुद्ध पेट्रोल में पानी मिले होने की शिकायत उपभोक्ताओं द्वारा की गई थी
जबलपुर
जिसकी जाँच हेतु रात्रि में ही जिला आपूर्ति नियंत्रक कमलेश टांडेकर तथा सहायक आपूर्ति अधिकारी संजय खरे एवं कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी सुचिता दुबे एवं पल्लवी जैन की टीम ने मौके पर पहुँच कर पम्प को सील कर दिया गया था।
सहायक आपूर्ति अधिकारी संजय खरे ने बताया कि अगले दिन खाद्य विभाग, नापतौल विभाग तथा इंडियन आयल कम्पनी के अधिकारियों द्वारा पम्प की विस्तृत जाँच की गई।जाँच के दौरान पम्प के संचालक अरविंद अग्रवाल मौजूद रहे।
जाँच में पाया गया कि पेट्रोल पम्प से प्रदाय हो रहा एक्स्ट्रा प्रीमियम पेट्रोल प्रथम दृष्टया अपमिश्रित है।एक्स्ट्रा प्रीमियम पेट्रोल की डेंसिटी भी असमान्य पाई गई।अतः खाद्य विभाग द्वारा एक्स्ट्रा प्रीमियम पेट्रोल पम्प के नोजल एवं टैंक को सील कर दिया गया तथा इंडियन आयल कम्पनी के सेल्स आफिसर द्वारा प्रयोगशाला में परीक्षण हेतु भेजने के लिए एक्स्ट्रा प्रीमियम पेट्रोल,सामान्य पेट्रोल तथा डीजल के सैम्पल लिए गए।
पम्प के स्टाक का भौतिक सत्यापन करने पर स्टाक में विधिमान्य छूट से अधिक का अंतर पाये जाने के कारण खाद्य विभाग द्वारा एक्स्ट्रा प्रीमियम पेट्रोल 12073 लीटर, सामान्य पेट्रोल 10112 लीटर तथा डीजल 8620 लीटर जब्त किया गया।जब्तशुदा सामग्री की कीमत लगभग 33 लाख रूपये ऑंकी गई है।
पेट्रोल पम्प के विरुद्ध एम.एस. तथा एच.एस.डी. (प्रदाय तथा वितरण का विनियमन और अनाचार निवारण) आदेश 2005 के तहत प्रकरण तैयार किया गया है।