मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मुख्य आतिथ्य में जंबूरी मैदान, भोपाल में आयोजित नव-निर्वाचित सरपंचों का राज्य स्तरीय उन्मुखीकरण प्रशिक्षण-सह-सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि लोकतंत्र जनता का, जनता के लिए और जनता द्वारा राज है, इस लोकतंत्र में सबसे बड़ी अगर कोई है तो वह जनता है। लोकतंत्र में चुनी हुई व्यवस्था ही सबसे बड़ी होती है।
त्रिस्तरीय पंचायती राज व्यवस्था में आपको जो अधिकार दिए गए हैं वे आपके ही हाथ में रहेंगे उन्हें किसी और के हाथ में नहीं जाने दूंगा।
विकास के काम में हम सभी को साथ लेकर चलने की कोशिश करें। जनता ने चुना है तो नाराज होने का अधिकार हमको नहीं है।
हर पंचायत में अधिकार क्या—क्या हैं ये पूरी गाइडलाइन बनकर चली जाए, ताकि सभी को पता चल जाए कि हमारे अधिकार कौन—कौन से हैं। बिना पढ़े कोई भी प्रस्ताव आए कभी दस्तखत मत करना।
ब्लॉक के स्तर पर ट्रेनिंग हो, ये अधिकार, नियम, प्रक्रिया है, ताकि हम सभी चीजों को अच्छी तरह समझकर अगले साढ़े चार साल अच्छी तरह काम कर पाएं।
पंचायत चलाने में जनता का सहयोग, जनता से जुड़ाव जरूरी है। इसलिए ग्राम सभा की बैठक एक नियमित अंतराल के बाद होते रहना चाहिए।
जनता की भागीदारी से यदि आप कोई काम करोगे तो उसमें सफलता मिलेगी। आप कोशिश करें कि अपने गांव को समरस गांव बनाएं। हम तय करें कि हमारे गांव में छोटे—मोटे झगड़े हम बैठकर समाधान करने की कोशिश करेंगे।
हम एक गाइडलाइन बनाएं, ग्राम स्वरोजगार का एक नया कॉन्सेप्ट तैयार करके मैं आपके सामने प्रस्तुत करुंगा। एक मेरी अपेक्षा है कि हमारा गांव स्वच्छ रहे, स्वच्छता हम बनाने की कोशिश करें।
मैं रोज पेड़ लगाता हूं, ग्राम पंचायत में कोई जगह तय करके जन्मदिन के दिन, माता—पिता की पुण्य स्मृति में पेड़ लगाएं।
प्रधानमंत्री आवास योजना में लगातार आवास बन रहे हैं। 38 लाख मकान बन चुके हैं अभी 8 लाख मकान निर्माण का काम चल रहा है। इस साल हमने 10 हजार करोड़ का बजट मकानों के निर्माण के लिया दिया है।
जो राशि आती है उसका बेहतर उपयोग हो जाए, इस कार्य में लग जाएं।
अपने गांव हर बच्चा पढ़ने के लिए स्कूल जाए, कोई भी शिक्षा से वंचित ना रहे। मेरी कोशिश रहेगी कि सरकारी स्कूल की शिक्षा प्राइवेट स्कूल से बेहतर हो जाए। लेकिन बच्चे स्कूल जाएं, इसमें आप सभी का सहयोग चाहिए।
विकास के काम ग्राम सभा, ग्राम पंचायत मिलकर तय करें। इस साल जो राशि आने वाली है या जो राशि आई है उसका बेहतर से बेहतर उपयोग कैसे करें।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पंचायत के विकास की योजना अफसर नहीं बनाएंगे, भोपाल से भी नहीं आएगी, अब यह योजना गांव बनाएगा।
एसओआर की दरें तत्काल प्रभाव से बदल दी जाएं, ताकि जो असली खर्चा है वह हो जाए। एक विभाग एक रेट अलग और दूसरे के अलग ये नहीं होना चाहिए। कपिलधारा के कुएं तत्काल प्रभाव से बनाए जाएंगे। सुदूर सड़क संपर्क सड़क योजना में गांव की सड़कों को प्राथमिकता देना, यह योजना हम फिर से प्रारंभ कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सरपंचों का मानदेय अभी केवल ₹1750 है। इसे बढ़ाकर मैं ₹4,250 प्रतिमाह कर रहा हूं। तेंदूपत्ता अगर ग्रामसभा तोड़ना चाहती है तो 15 दिसम्बर तक ग्राम सभा में प्रस्ताव पारित कर जरूर भेजे दें। ग्राम स्वराज की कल्पना मैं आप सभी सामने जल्दी लेकर आ रहा हूं।
ग्राम सभा में प्रशासकीय स्वीकृति के अधिकार ₹15 लाख तक के हैं उन्हें ₹25 लाख कर दिया जाएगा।
15वें वित्त आयोग की ₹1472 हजार करोड़ की राशि हमने जारी कर दी है ये जल्दी ही आपके खातों में पहुंचेगी।