आज मुझे रानी माँ ने बुलाया है रात को मैं 3 बजे दिल्ली से आया
भोपाल
लेकिन सुबह कई काम करते हुए रानी माँ के दर्शन किए और रानी माता से मैंने यही कहा हे रानी माता मेरी जनता पर कृपा की वर्षा करना आशीर्वाद की वर्षा करना ताकि सभी सुखी रह सकें सबका मंगल और कल्याण हो। हे रानी माँ कृपा की ऐसी वर्षा करना कि जनता के पाँव में कांटे भी न लगे।
मुख्यमंत्री नहीं भैया आया है बताओ भैया हूँ कि नहीं..?
मामा भी आया है!
मुख्यमंत्री बाद में, देखो यह अपना एक परिवार है मैं सरकार नहीं परिवार चलाता हूँ। इतना बड़ा परिवार है अपना!
इसलिए आप देखोगे नागर भाई बता रहे थे। भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने, जैसे अपन घर में भाई-बहन की बेटा बेटी की चिंता करते हैं वैसे ही चिंता करने की कोशिश की!
चाहे अच्छी सड़कें बनाना हो, पीने का पानी लाना हो, पढ़ने के लिए स्कूल खोलना हो, आश्रमशाला-छात्रावास बनाना हो, चाहे कुए खोदना हो,पट्टे देना हो, बेटा-बेटी दूसरे गाँव जाए तो साईकिल देना हो जो 12वीं में अच्छे नंबर लाए तो कंप्यूटर-लेपटॉप देना हो ये सब किया तो परिवार के नाते किया।
जो मैं कहता हूं, वो करता हूं। भारतीय जनता पार्टी जो कहती है, भारतीय जनता पार्टी वो करके देती है।
अलीराजपुर में कोई सोचा था कि नर्मदा जी का पानी खेतों तक पहुंचेगा पाइपलाइन बिछाकर..
यहां की ऊंची नीची जमीन है तो लोग कहते थे कि यहां नर्मदा आएंगी कैसे ऊंची नीची जमीन पर…,
हमने कहा क्यों, बोले नहर कैसे बनाएंगे ऊंची नीची पहाड़ों पर..?
हमने कहा नहर नहीं बनेगी तो पाइपलाइन बिछाएंगे, मोटर लगाएंगे और नर्मदा मैया से कहेंगे पाइप में मेरी माता चली चलो खेतों खेत।
इसलिए अगली चरण में यहां भी पानी खेतों में लाएंगे।