पोषण पखवाड़ा के समापन दिवस पर आज मंगलवार को महिला बाल विकास विभाग द्वारा परियोजना एवं आंगनबाड़ी केंद्र स्तर पर जिले के समस्त 2 हजार 486 आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों में मोटापे को दूर करने के लिए स्वस्थ जीवन शैली अपनाने तथा जीवन के प्रथम एक हजार दिवस के महत्व की थीम पर आधारित अनेक गतिविधियां आयोजित की गई।
जबलपुर
आंगनबाड़ी केन्द्रों में मोटे अनाज एवं स्थानीय स्तर पर पोषक तत्वों से युक्त अनाज से निर्मित पौष्टिक व्यंजनों की प्रदर्शनी लगाई गई। आंगनबाड़ी केन्द्रों में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा “मोटे अनाज एवं पोषक तत्व युक्त अनाज” विषय पर चित्रकला एवं रंगोली प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त करने वाली बालिकाओं, महिलाओं को पुरस्कृत किया गया। इसके साथ ही आंगनबाड़ी केंद्र तथा क्षेत्र अंतर्गत स्थित स्कूलों में स्वस्थ जीवन शैली अपनाने के लिए सरल योगाभ्यास एवं प्राणायाम संबंधित सत्रों का आयोजन किया गया और जीवन में योग के महत्व पर चर्चा भी की गई। केंद्र स्तर पर स्व-सहायता समूह की महिला सदस्यों के सहयोग से एनीमिया के लक्षण, प्रभाव, कारण एवं इससे बचाव विषय पर चर्चा की गई। आंगनबाड़ी केंद्र में सिंगल यूज़ प्लास्टिक का उपयोग न करने के लिए प्रेरित किया गया तथा आंगनबाड़ी के आसपास के प्लास्टिक कचरा को एकत्र कर श्रमदान किया गया। साथ ही जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में केन्द्रो में “पोषण शपथ” दिलाई गई एवं जन समुदाय में पौष्टिक आहार, स्वस्थ जीवन शैली अपनाये जाने पर जोर दिया गया।