दायित्वों के निर्वहन में बरती घोर लापरवाही
जबलपुर
दायित्वों के निर्वहन में बरती घोर लापरवाही आरोप है कि निलंबन बघेल पर आरोप है कि खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन कार्य के लिए जारी नीति के अनुसार उपार्जन कार्य सम्पादित नहीं किये जाने एवं पदीय दायित्वों के निर्वहन में बरती गई लापरवाही के फलस्वरूप शासन के विभागों के समक्ष संघ की छवि धूमिल हुई है। बघेल को उक्त कदाचार के लिए प्रथम दृष्टया दोषी पाये जाने के फलस्वरूप मप्र राज्य सहकारी विपणिन संघ के सेवानियम की कंडिका 27 के अंतर्गत तत्काल प्रभाव से निलंबित किया किया गया है। निलंबन अवधि में श्री बघेल का मुख्यावास विपणन संघ भोपाल रहेगा। श्री बघेल को निलंबन अवधि में नियमानुसार जीवन निर्वाह भत्ता प्राप्त करने की पात्रता होगी
अब तक तीन अधिकारियों पर गिर चुकी है गाज
जबलपुर धान खरीदी फर्जीवाड़े मामले में लगातार दूसरे दिन भी जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई का सिलसिला जारी रहा। जिला आपूर्ति नियंत्रक कमलेश टांडकर के बाद वेयरहाउसिंग कॉरपोरेशन के रीजनल मैनेजर डीके एवं जिला विपणन अधिकारी / मण्डल प्रबंधक, जबलपुर रोहित सिंह बल पर कार्रवाई की गाज गिरी। दोनों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है।
उपार्जन से जुड़े अधिकारियों में हड़कंप
खरीदी में हुई गड़बड़ियां सामने आने के बाद बीते दो दिनों से लगातार हो रही जबलपुर के वेयरहाउस से लेकर उपार्जन से जुड़े अधिकारियों में हड़कंप मचा हुआ है। सूत्रों की माने तो मामले में कई और अधिकारियों पर कार्रवाई की गाज गिर सकती है।”
दरअसल फर्जी उपार्जन केन्द्रों में धान खरीदी में हुए फर्जीवाड़े पर मुख्यमंत्री के संज्ञान में पहुंच गया मप्र जिसके बाद सीधे भोपाल से एक्शन लिया जा रहा है। मंगलवार को सबसे फूड कंट्रोल कमलेश तांडेकर पर कार्रवाई हुई। खाद्य, नागरिक एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग के प्रमुख सचिव उमाकांत उमराव ने जिला आपूर्ति नियंत्रक कमलेश टांडेकर को शासकीय
काम में ढिलाई बरने समेत अन्य अनियमित्ताओं को लेकर सस्पेंड कर दिया था। जिसके बाद दूसरी कार्रवाई बुधवार को हुई। दिन में जिला विपणन अधिकारी/मण्डल प्रबंधक, जबलपुर रोहित सिंह बघेल को सस्पेंड किया गया तो शाम को मप्र वेयरहाउसिंग कॉपरपोरेशन के रीजनल मैनेजर डीके को निलंबित किया गया।
ऐसे उजागर हुआ मामला
1 दिसम्बर से धान खरीदी शुरू हुई। कई वेयरहाउसों ने बिना अनुमति ही धान की खरीदी शुरू कर दी कि उन्हें खरीदी केन्द्र बनाया जाएगा। लेकिन कई वेयरहाउसों को खरीदी केन्द्र नहीं बनाया गया। ऐसे में हजारों क्विंटल धान सड़ गई। जिसके बाद मामला भोपाज तक जा पहुंचा। समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी में गड़बड़ी की जानकारी मिलने पर खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता संरक्षक विभाग के संचालक ने पांडे जांच दलों का गठन किया था। भोपाल से आई टीम ने जांच के पड़ताल की। पाटन, शहपुरा, सिहोरा और जबलपुर एसडीएम की सीमा में आने वाले सभी वेयरहाउस की जांच की। इस दौरान टीम को वेयरहाउस के गोदाम और परिसर में लाखों क्विंटल धान बरामद मिली। वेयरहाउस और धान उपार्जन के अधिकारियों की सांठगांठ उजार• होने के साथ घोर लापरवाही सामने आई।
दर्ज हो सकती है एफआईआर
सूत्रों की माने तो फर्जीवाड़ा उजागर होने के बाद जिम्मेदारों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो सकती हैं इसके साथ ही धांधली करने वाले वेयर हाउस संचालकों ब्लैक लिस्ट भी किया जा सकता है
इन पर भी गिरी गाज
सूत्रों की माने तो मप्र प्रदेश वेयर हाउसिंग कॉरपोरेशन के रीजनल मैनेजर डीके समेत सिहोरा ब्रांच मैनेजर बीके पाठक, पाटन ब्रांच मैनेजर आनंद , शहपुरा ब्रांच मैनेजर ऋतिक सिनोठिया और रिछाई ब्रांच मैनेजर एस को उपाध्यक्ष पर भी कार्रवाई हुई है।
संयुक्त कलेक्टर, डिप्टी कलेक्टर को मिले प्रभार
राज्य शासन द्वारा जिला आपूर्ति नियंत्रक कमलेश टांडेकर एवं जिला विपणन अधिकारी रोहित सिंह बघेल को निलंबित किए जाने के बाद प्रभारी कलेक्टर श्रीमती जयति सिंह ने संयुक्त कलेक्टर श्रीमती नदीमा सीरी को जिला आपूर्ति नियंत्रक का एवं डिप्टी कलेक्टर पुष्पेंद्र अहाके को जिला विपणन अधिकारी का प्रभार सौंपा है। इस बारे में आज बुधवार की शाम आदेश जारी कर दिये गये हैं।