1 करोड़ रुपये का पान हो गया बर्बाद, सैकड़ों किसानों को कुदरत की मार से बड़ा नुकसान
पंकज पाराशर छतरपुर✍️
बुंदेलखंड की वीर भूमि महोबा पान की खेती के लिए जाना जाता है, लेकिन इस बार देशी पान की खेती कोहरे की भेंट चढ़ गई है। पान की खेती करने वाले सैकड़ों किसानों को कुदरत की मार से बड़ा नुकसान पहुंचा है। पिछले कई सालों से पान की खेती को बढ़ावा देने के लिए सरकार भी किसानों को अनुदान दे रही है।
उत्तर प्रदेश के महोबा में इस बार कोहरे और पाले की मार से पान की खेती को बड़ा झटका लगा है। इससे किसानों में हाहाकार मचा हुआ है। कोहरे के कारण किसानों के 1 करोड़ रुपये कीमत के पान बर्बाद हो गए है। बुंदेलखंड का महोबा पान की खेती के लिए विख्यात है। करीब ढाई दशक पहले 600 एकड़ में किसान पान की खेती करते थे, मगर अब इसकी खेती का क्षेत्रफल घटा है। बताते है कि देशी पान की खेती करने वाले सैकड़ों किसान पिछले एक दशक से दैवीय आपदा की मार झेल रहा है, लेकिन इस बार कई हफ्ते तक लगातार कोहरा पड़ने से पान की खेती को अस्सी फीसदी नुकसान पहुंचा है।
पान की खेती करने बालों ने बताया कि इस साल पैसे की जुगाड़ करके पान की खेती की थी, लेकिन लगातार कोहरा पड़ने से खेतों में पान चौपट हो गए है।
किसानों ने बताया कि अस्सी फीसदी पान कोहरे के कारण बर्बाद हो गए है। राजा चौरसिया ने बताया कि 1200 एकड़ में पान की खेती की थी, मगर इस बार पान दैवीय आपदा की भेंट चढ़ गए है। श्याम बाबू ने भी 1100 एकड़ में पान की खेती काफी समय से कर रहे है, जिन्हें कोहरा के कारण भारी नुकसान उठाना पड़ा है। इधर जिला उद्यान अधिकारी महोबा डॉ. रमेश पाठक ने बताया कि महोबा में 139 किसान पान की खेती कर रहे है। तीन सौ से ज्यादा एकड़ में इसकी खेती होती है। बताया कि इस बार लगातार कोहरा पड़ने के कारण पान बड़ा झटका लगा है। महोबा का पान देश और विदेश में भी निर्यात होता है।