जबलपुर पुरातत्व, पर्यटन एवं संस्कृति परिषद द्वारा #वीरांगना_रानी_दुर्गावती की 500वीं जयंती के अवसर पर उनके अविस्मरणीय जीवन पर चर्चा एवं उनके गौरवशाली इतिहास की विरासत को संजोने के लिए विशेष सेमीनार स्मार्ट सिटी के सभाकक्ष में आयोजित की गई।
जबलपुर
इस ऐतिहासिक कार्यक्रम का उद्देश्य वीरांगना की वीरगाथा को साझा करना और विस्तारपूर्वक जन-मानस के समक्ष प्रस्तुत करना है। इसमें अनेक विद्वानों, लेखकों, इतिहासकारों ने तथ्यों के आधार पर रानी दुर्गावती की कल्याणकारी कार्य, उनके गौरव व विरासत को संरक्षित करने में अपने विचार दिए।
इस अवसर पर कलेक्टर श्री दीपक सक्सेना ने कहा कि रानी दुर्गावती जबलपुर की गौरव है और जबलपुर पुरातत्व, पर्यटन एवं संस्कृति परिषद द्वारा उनके संबंध में प्रमाणित जानकारी आम जन तक पहुंचाने के लिए एक अच्छा प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा कि वीरांगना रानी की गौरव गाथा प्राय: सभी जानते हैं लेकिन उसमें सबसे बड़ी बात उनकी प्रशासनिक दक्षता थी। उनकी सोच कई शताब्दियों से आगे थी। तत्समय साम्राज्य को लेकर लड़ाइयां खूब होती थीं, ऐसे समय में वीरांगना रानी ने सुशासन व जन कल्याण के लिए अभूतपूर्व कार्य किये। संगोष्ठी से अवश्य ही कुछ और प्रमाणित तथ्य है सामने आयेंगे जो उनकी गौरवगाथा को और सशक्त करेगें। कार्यक्रम में जबलपुर पुरातत्व, पर्यटन एवं संस्कृति परिषद के सीईओ श्री हेमंत सिंह और बियाँड स्टूडियो व फिल्मोत्थान ग्रुप के साथ संभाग के प्रतिष्ठित इतिहासकार और लेखक मौजूद थे।